मध्य प्रदेश की एक मस्जिद में नमाज पढ़ने वाले इमाम को महाराष्ट्र पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मीडिया में जब उसकी फोटो वायरल हुई तो मध्य प्रदेश में पब्लिक पहचान गई। पुलिस ने तलाशी ली तो मदरसे में नकली नोटों का जखीरा मिला है। इमाम के कमरे से एक और बैग मिला है जिसमें भारी मात्रा में नकली नोट भरे हुए थे। मस्जिद के सदर ने पत्रकारों को बताया कि वह अक्सर छुट्टी लेकर चला जाता था।
मस्जिद के इमाम जुबेर अशरफ अंसारी गिरफ्तार
खंडवा जिले के जावर थाना एरिया में ग्राम पैठियां (मछौड़ी रैय्यत) स्थित एक मदरसे में नकली नोटों का बड़ा स्टॉक मिलने से सनसनी फैल गई है। मस्जिद के इमाम जुबेर पिता अशरफ अंसारी के कमरे से पुलिस को 19 लाख 78 हजार रुपये के फर्जी नोटों के बंडल बरामद हो गए। ये नोट इतने रियल लग रहे थे कि शुरुआत में किसी को शक भी नहीं हुआ, लेकिन जांच में साफ हो गया कि ये सब counterfeit हैं।
कैसे हुआ खुलासा, पुलिस की स्मार्ट मूव
मामला तब पकड़ में आया जब मालेगांव पुलिस ने नकली नोटों की तस्करी करते हुए जुबेर और उसके साथी नजीम अकम अयूब अंसारी को 10 लाख के फर्जी नोटों के साथ दबोच लिया। ये दोनों मुंबई-आगरा हाईवे पर होटल एवेन के पास जा रहे थे, जहां पुलिस ने जाल बिछा रखा था। गिरफ्तारी की खबर मीडिया में छपते ही जावर थाना एरिया के एक लोकल शख्स ने रिपोर्ट्स देखीं और पहचान लिया कि आरोपी जुबेर तो पैठियां गांव की ही मस्जिद का इमाम है।
उसने तुरंत जावर पुलिस को टिप दी। पुलिस ने लोकल्स से पूछताछ की और मालेगांव वालों से कन्फर्म किया। फिर क्या था, जावर टीआई सुलोचना गहलोद की लीड में डीएसपी हेडक्वार्टर अनिल सिंह चौहान समेत टीम मदरसे पहुंच गई। इमाम के किराये के कमरे की तलाशी ली तो एक बैग में ढेर सारे नोटों के बंडल मिले। इनकी वैल्यू करीब 16 लाख बताई जा रही है, जो जुबेर के पास से पहले ही बरामद 10 लाख के साथ मिलाकर टोटल 19.78 लाख हो गई।
इमाम का बैकग्राउंड, तस्करी का बड़ा नेटवर्क?
जुबेर मूल रूप से बुरहानपुर जिले के हरिपुरा एरिया का रहने वाला है। वो मदरसे की अपर फ्लोर पर किराये के रूम में रहता था और नमाज पढ़ाने का काम करता था। पैठियां मस्जिद के सदर कलीम खान ने बताया, "जुबेर को हमने तीन महीने पहले ही जॉइन कराया था। पहले वो पड़ोस के बेनपुरा डोंगरी में इमाम था, लेकिन वहां नया आदमी आ गया तो हमने अप्रोच किया। बुरहानपुर का होने से ज्यादा डॉक्यूमेंट्स चेक नहीं किए।" सदर ने ये भी कहा कि जुबेर कई बार छुट्टी पर गया, लास्ट टाइम 26 अक्टूबर को मां की तबीयत खराब बताकर निकला और तब से वापस नहीं लौटा।
पुलिस को शक है कि ये तस्करी का कोई बड़ा नेटवर्क हो सकता है। दोनों आरोपी बुरहानपुर के ही हैं, और नजीम भी उसी एरिया से। तलाशी में 500 के 2000 नोट (टोटल 10 लाख), दो मोबाइल फोन और IMPEX कंपनी का चॉकलेट कलर बैग जब्त हुआ। नोटों की चेकिंग में कन्फर्म हो गया कि ये सब fake हैं। मालेगांव पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता 2023 की धाराओं 179, 180 और 3(5) के तहत केस रजिस्टर किया और दोनों को 8 दिन की पुलिस कस्टडी में ले लिया।
अभी पुलिस पूछताछ कर रही है ताकि सप्लाई चेन और बाकी साथियों का पता लगे। लोकल्स में हड़कंप मचा है, सब यही सोच रहे हैं कि आखिर इतना बड़ा कनेक्शन कैसे छिपा रहा। अपडेट्स के लिए स्टे ट्यून्ड।
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