मध्यप्रदेश के गुना जिले में आज 31 अक्टूबर को बीएलओ प्रशिक्षण के दौरान तनावपूर्ण स्थिति बन गई। एक शिक्षक ने बताया कि वो हृदयरोगी है, उसने अपनी ड्यूटी का स्थान बदलने का निवेदन किया। यह सुनते ही अधिकारियों ने शिक्षक को सबके सामने फटकार लगाई और निलंबित करने की धमकी दे दी। यह सुनते ही शिक्षक बेहोश हो गया। अधिकारियों के विरोध में शिक्षकों ने प्रदर्शन किया।
अधिकारी ने कहा, आदेश नहीं माना तो सस्पेंड कर दूंगा
मिली जानकारी के अनुसार शिक्षक चंद्रप्रकाश भट्ट लंबे समय से हृदय रोग से पीड़ित हैं। उनकी बीएलओ ड्यूटी लगा दी गई थी। जब उन्होंने प्रशिक्षण में मौजूद अधिकारियों से अनुरोध किया कि उनकी बीमारी को देखते हुए ड्यूटी स्थान में बदलाव किया जाए। साथ ही अगर BLO का कार्य कराना है तो उन्हें स्कूल के काम से मुक्ति दी जाए। इस बात पर अधिकारियों ने कथित रूप से डांट-फटकार के साथ कार्रवाई की चेतावनी दे दी।
अधिकारी का गुस्सा देख शिक्षक बेहोश
इसी माहौल में उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। घटना की सूचना फैलते ही शिक्षकों में आक्रोश फैल गया। दर्जनों शिक्षक अंबेडकर चौराहे पर जमा हुए और चक्काजाम कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि बीएलओ कार्य को लेकर शिक्षकों पर अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है, जबकि उनका मुख्य कार्य शिक्षण है।
शिक्षकों ने यह भी कहा कि यदि धीरे-धीरे ऐसे दबाव बढ़ते रहे तो शिक्षण व्यवस्था पर सीधा असर पड़ेगा। उधर, जिला अस्पताल में भर्ती शिक्षक की हालत ठीक है। उनकी सभी रिपोर्ट्स नॉर्मल आई हैं। मामले की सूचना पर तहसीलदार और अन्य अधिकारी अस्पताल पहुंचे और स्थिति की जानकारी ली।
पिताजी वृद्ध और बीमार हैं, फील्ड में नहीं जा सकते
इस बारे में उनके बेटे गौरव ने बताया कि उनके पिताजी वृद्ध हैं, और उनकी ड्यूटी बीएलओ के लिए लगा दी थी। आज पीजी कॉलेज में प्रशिक्षण जारी था। इसी दौरान उन्होंने अपनी पीड़ा अधिकारियों के समक्ष रखी कि वह ह्दय रोगी हैं। लेकिन वहां पर उपस्थित अधिकारियों ने उनकी बात नहीं सुनी और उल्टे कार्रवाई करने की बात कही, जिसके बाद उनकी हालत बिगड़ी और बेहोश हो गए।
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