मध्यप्रदेश के सागर जिले का रहने वाला अंकित साहू थाईलैंड के फुकेट में डूबा गया। फुकेट, समुद्र का नाम है। यहां पर्यटक आनंद लेने के लिए समुद्र की लहरों के बीच चले जाते हैं। अंकित भोपाल की एक कंपनी में काम करता था।
थाईलैंड के लाइफ गार्ड भी बचा नहीं पाए
सागर के गढ़ाकोटा में रहने वाले चंद्रकांत साहू के रिश्तेदार का बेटा अंकित साहू थाईलैंड के फुकेट में समुद्र की तेज लहरों में डूब गया। घटना में रेस्क्यू टीम ने अंकित के दोस्त निकेश को सुरक्षित बचा लिया लेकिन अंकित को नहीं बचा पाए। अंकित भोपाल में रहकर बीएल लाइफ साइंस कंपनी में काम करते थे। परिजन ने घटनाक्रम की सूचना पूर्वमंत्री और रहली विधायक गोपाल भार्गव को दी।
गोपाल भार्गव ने पार्थिव शरीर भारत लाने सक्रिय
जानकारी मिलते ही पूर्वमंत्री भार्गव ने तत्काल मुख्यमंत्री कार्यालय और उच्च स्तरीय प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा की। अंकित के पार्थिव शरीर को भारत लाने की प्रक्रिया जल्द कराने की बात कही। मुख्यमंत्री कार्यालय के नीरज मंडलोई (IAS) ने संवेदनशीलता दिखाते हुए दिल्ली स्थित थाईलैंड दूतावास और थाईलैंड में भारतीय दूतावास अधिकारी मुथू (IPS) से समन्वय स्थापित किया।
उनके सहयोग से शनिवार को पोस्टमार्टम प्रक्रिया होने के बाद 1 नवंबर को अंकित साहू का पार्थिव शरीर भारत लाकर परिजनों को सौंपे जाने की पूरी व्यवस्था की गई है। अंकित थाइलैंड किस काम से गए थे और समुद्र तक क्यों पहुंचे, यह स्पष्ट नहीं हो सका है।
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