ग्वालियर, 18 अक्टूबर 2025: श्रीमंत माधवराव सिंधिया ग्वालियर व्यापार मेला में दुकानें लगाने के लिये अब तक 227 दुकानों के लिये ऑनलाइन आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। दीपावली के अवकाश के दिनों में भी मेला परिसर में एमपी ऑनलाइन के माध्यम से आवेदन प्राप्त किए जायेंगे।
सबसे ज्यादा आवेदन ऑटोमोबाइल सेक्टर में
ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण के सचिव श्री सुनील त्रिपाठी से प्राप्त जानकारी के अनुसार मेला प्राधिकरण द्वारा अब तक 150 से अधिक नो-ड्यूज जारी किए गए हैं। इनसे प्राधिकरण को लगभग 8 लाख रूपए की धनराशि प्राप्त हुई है। ऑनलाइन आवेदनों में ऑटोमोबाइल सेक्टर में 80, चबूतरा सेक्टर में 72, टीन दुकानों में 65, शिल्प बाजार में दुकानें लगाने के लिये ऑनलाइन प्राप्त हुए 10 आवेदन शामिल हैं। मेला सचिव ने बताया कि दीपावली के अवकाश के दिनों में भी मेला परिसर में एमपी ऑनलाइन के माध्यम से आवेदन प्राप्त किए जायेंगे। इसके अलावा एमपी ऑनलाइन के किसी भी कियोस्क से आवेदन की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी।
ग्वालियर मेला ऑटोमोबाइल सेक्टर में रोड टैक्स में छूट!
श्रीमंत माधवराव सिंधिया ग्वालियर व्यापार मेले में प्रतिवर्ष वाहनों के विक्रय पर रोड टैक्स में छूट प्रदान की जाती है। मेले में मिलने वाली छूट का न केवल ग्वालियरवासी बल्कि प्रदेश भर के निवासी लाभ उठाते हैं। वर्ष 2025-26 में आयोजित होने जा रहे ग्वालियर व्यापार मेले में भी वाहनों के विक्रय पर रोड टैक्स में छूट शासन द्वारा प्राप्त हो, इसके लिये संभागीय आयुक्त श्री मनोज खत्री ने शासन को पत्र लिखा है।
ऐतिहासिक ग्वालियर व्यापार मेला अपने 120 वर्ष पूर्ण कर चुका है। मेले का इंतजार ग्वालियरवासी बेसब्री से करते हैं। इस वर्ष भी मेला अपनी गरिमा और भव्यता के साथ आयोजित हो। इसके लिये संभागीय आयुक्त श्री मनोज खत्री द्वारा मेले की व्यवस्थाओं के संबंध में निरंतर समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं। ग्वालियर व्यापार मेले में देश भर के व्यापारी अपनी भागीदारी कर सकें, इसके लिये मेले की दुकानों का आवंटन भी इस वर्ष ऑनलाइन प्रारंभ किया गया है। मेले के ऑटोमोबाइल सेक्टर में ऑनलाइन दुकानों के आवंटन का कार्य, शिल्प बाजार में दुकानो के आवंटन की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।
मेला सचिव श्री सुनील त्रिपाठी ने बताया कि ग्वालियर व्यापार मेले में 32 बकायदार दुकानदारों द्वारा 4 लाख 79 हजार 660 रुपए जमा कर एनओसी प्राप्त कर ली गई है। मेले की व्यवस्थाओं के साथ-साथ मेला परिसर की साफ-सफाई रंगाई-पुताई का कार्य भी तेजी के साथ किया जा रहा है।