इस लेख में हम आपको विद्यार्थियों के लिए, बेरोजगार अभ्यर्थियों के लिए, गृहस्थ जनों के लिए, सरकारी अधिकारी और कर्मचारियों के लिए, व्यापारियों और निवेशकों के लिए, राजनेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं के लिए, डॉक्टर शिक्षक पत्रकार अधिवक्ता इत्यादि प्रोफेशनल्स के लिए और विशेष मनोकामना हेतु आध्यात्मिक साधना करने वालों के लिए मुहूर्त टाइम बता रहे हैं। कृपया अपने समय पर अपनी विशेष पूजा करें और वृषभ कल में अपने परिवार के साथ पूजा करें।
दीपावली 2025 सर्वसिद्धि प्रदोष काल का पर्व
- तिथि: 20 अक्टूबर 2025 (सोमवार)
- अमावस्या प्रारंभ: 20 अक्टूबर दोपहर 3:45 बजे
- अमावस्या समाप्त: 21 अक्टूबर शाम 5:55 बजे
- प्रदोष काल: सायं 5:46 से 8:18 बजे तक
- वृषभ लग्न (स्थिर लग्न): सायं 7:08 से 8:18 बजे तक
इस काल में लक्ष्मीजी की उपासना सर्वोत्तम फलदायी मानी गई है।
शास्त्रों में कहा गया है:
“स्थिरे लग्ने यदा देवी पूजिता धनधान्यदा।”
अर्थात् स्थिर लग्न (वृषभ) में की गई लक्ष्मी पूजा से स्थायी धन-समृद्धि प्राप्त होती है।
वर्गवार दीपावली पूजा मुहूर्त एवं विशेष विधान
यहां आपको समाज के प्रत्येक वर्गी के लिए पूजा का मुहूर्त और विशेष विधान बताया गया है। ताकि आप अपनी श्रेणी में सफलता प्राप्त कर सकें। माता लक्ष्मी, माता सरस्वती और प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश का आशीर्वाद आपको प्राप्त हो।
1. विद्यार्थियों के लिए दीपावली पूजा मुहूर्त एवं विशेष विधान
शुभ मुहूर्त: सायं 5:46 – 6:45 बजे (प्रदोष आरंभ)
देवता: मां सरस्वती एवं गणेशजी
उपाय: दीपक के साथ अपने अध्ययन-स्थान (study table) पर सफेद पुष्प चढ़ाकर "ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः" का जाप करें।
फल: बुद्धि-विकास, परीक्षा-सफलता, अध्ययन में एकाग्रता।
2. बेरोजगार अभ्यार्थियों के लिए दीपावली पूजा मुहूर्त एवं विशेष विधान
शुभ मुहूर्त: सायं 6:00 – 7:08 बजे (गुरु-शुक्र प्रभावकाल)
देवता: श्री गणेश, देवी लक्ष्मी
उपाय: पीत वस्त्र पहनें, 11 घी के दीप जलाकर “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः” का 108 बार जप करें।
फल: नयी नौकरी के अवसर, करियर में स्थिरता।
3. गृहस्थ जनों के लिए (परिवार सहित पूजा करने वाले) दीपावली पूजा मुहूर्त एवं विशेष विधान
शुभ मुहूर्त: सायं 7:08 – 8:18 बजे (वृषभ लग्न)
देवता: महालक्ष्मी, भगवान विष्णु, कुबेरजी
उपाय: मुख्य दरवाजे पर चार मुख वाले दीपक रखें, घर की समृद्धि हेतु “ॐ लक्ष्म्यै नमः” का जाप करें।
फल: पारिवारिक सुख, स्थायी धन और वैवाहिक सौहार्द।
4. सरकारी कर्मचारी अधिकारी वर्ग दीपावली पूजा मुहूर्त एवं विशेष विधान
शुभ मुहूर्त: सायं 7:30 – 8:18 बजे
देवता: विष्णु-लक्ष्मी, कुबेर, शनिदेव
उपाय: नीले पुष्प अर्पित करें, अपने दस्तावेज़ों या फाइल पर हल्दी का तिलक लगाएं।
फल: पदोन्नति, स्थानांतरण में शुभ परिणाम, सम्मान।
5. व्यापारियों कारोबारी वर्ग के लिए दीपावली पूजा मुहूर्त एवं विशेष विधान
शुभ मुहूर्त: सायं 7:08 – 8:18 बजे (मुख्य लक्ष्मी पूजा काल)
देवता: महालक्ष्मी, कुबेर, गणेश
उपाय: नया बही-खाता पूजन करें (चोपड़ा पूजन), 11 कौड़ियाँ हल्दी में रखकर तिजोरी में रखें।
फल: व्यापार वृद्धि, स्थायी ग्राहक, धनागमन में निरंतरता।
6. राजनेताओं सामाजिक कार्यकर्ताओं के लिए दीपावली पूजा मुहूर्त एवं विशेष विधान
शुभ मुहूर्त: रात्रि 8:00 – 9:00 बजे
देवता: मां लक्ष्मी, भगवान विष्णु, हनुमानजी
उपाय: लाल पुष्प से पूजा करें, तांबे के दीप में शुद्ध घी का दीपक जलाएं।
फल: जनसमर्थन, प्रभाव-वृद्धि, सम्मान और यश की प्राप्ति।
7. डॉक्टर, शिक्षक, पत्रकार, सेवा-कार्य से जुड़े लोग दीपावली पूजा मुहूर्त एवं विशेष विधान
शुभ मुहूर्त: सायं 6:30 – 7:30 बजे
देवता: भगवान धन्वंतरि, सरस्वती, गणेश
उपाय: पीत दीपक में तिल का तेल जलाएं, सेवा-समर्पण की भावना से प्रार्थना करें।
फल: प्रतिष्ठा, मानसिक शांति, पेशेवर सफलता।
8. आध्यात्मिक साधक / संन्यासी / ध्यानाभिलाषी दीपावली पूजा मुहूर्त एवं विशेष विधान
शुभ मुहूर्त: रात्रि 11:45 – 12:15 बजे (मध्य-रात्रि काल)
देवता: महालक्ष्मी, महाकाल, मां काली
उपाय: मौन रहकर दीप प्रज्वलित करें, “ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं” का 108 बार जप करें।
फल: आत्म-शुद्धि, ध्यान-सिद्धि, आंतरिक शांति।
प्रस्तुति: आचार्य कमलांश, ज्योतिष विशेषज्ञ।
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