मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में इस बार प्रदूषण के नाम पर पटाखे नहीं फोड़ने अथवा पटाखे कम फोड़ने की अपील नहीं की जा रही है बल्कि भोपाल नगर निगम ने प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए प्लान बना लिया है। इसका मतलब हुआ कि पब्लिक दिल खोलकर पटाखे चलाए, आतिशबाजी से पैदा होने वाले प्रदूषण को नगर निगम निपटा देगा। सिर्फ सड़कों की नहीं बल्कि हवा की भी सफाई कर देगा।
भोपाल की आतिशबाजी का 400 टन कचरा पीथमपुर जाएगा
दिवाली पर निकलने वाला पटाखों का कचरा धार जिले के पीथमपुर भेजा जाएगा। कंटेनर के जरिए हेजर्डस्ट वेस्ट को नगर निगम की अनुबंधित फर्म पीथमपुर भेजेगी। जहां कचरे को नष्ट किया जाएगा। ऐसा पहली बार होगा, जब कचरा पीथमपुर भेजा जाएगा। बता दें कि शहर से हर दिन करीब 800 टन कचरा निकलता है। दिवाली के दूसरे दिन 400 टन कचरा अतिरिक्त रहता है, जो पटाखों का होता है। इसे आदमपुर खंती ले जाया जाता है। जहां नष्ट करते हैं, लेकिन इस बार इसे पीथमपुर भेजा जाएगा।
आतिशबाजी के प्रदूषण से लड़ने के लिए नगर निगम क्या करेगा
निगम कमिश्नर संस्कृति जैन ने पटाखे के कचरे को पीथमपुर ले जाने को कहा है। हर दिवाली पर पटाखे चलाए जाने से धुआं भी निकलता है। जिससे वायु प्रदूषण भी होता है। पटाखे चलाने के बाद वायु में मिलने वाले बारूद के कणों को जमीन पर लाने के लिए पानी का छिड़काव किया जाएगा। इसके लिए प्रमुख चौराहों पर फागिंग मशीनों, फॉगर, जेड स्प्रे मशीनें घूमेंगी। शहर के सभी फाउंटेन भी चालू रखे जाएंगे।
पहले कचरा ट्रांसफर स्टेशन पर ले जाया जाएगा
दिवाली पर पटाखों के अवशेष स्थल पर ही रह जाते हैं। जिसमें खतरनाक बारूद व अन्य अपशिष्ट (हेजर्डस्ट वेस्ट) प्रबंधन के लिए भी निगम ने व्यवस्थाएं की है। सभी वार्ड क्षेत्रों में हेजर्डस्ट वेस्ट को पृथक से एकत्र कर संबंधित गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन पर एकत्र किया जाएगा। ट्रांसफर स्टेशन पर कंटेनर में एकत्र हेजर्डस्ट वेस्ट को निगम की अनुबंधित फर्म द्वारा पीथमपुर भेजा जाएगा।