पर्यावरण

हरियाली का गीत सुनो,
पेड़ों की मीठी प्रीत सुनो।
नदियाँ बहती निर्मल जल,
धरती कहती मत कर छल।1।

पंछी गाएँ मीठे स्वर,
फूल खिलें हर डाली पर।
नीला अंबर, शीतल हवा,
जीवन की यह असली दवा।2।

पर लालच में इंसान भूला,
काटे तरूवर जंगल सूना।
धुआँ उगलते कल-कारखाने,
प्रकृति के सब बिगड़े ठिकाने।3।

आओ मिलकर शपथ उठाएँ,
धरती माँ को पुनः सजाएँ।
पेड़ लगाएँ, प्रकृति बचाएँ,
स्वच्छ धरा,आकाश बनाएँ।4।

~ डॉ विनय दुबे  रीवा 
संपर्क 98273 52863 
शासकीय उत्कृष्ट उ.मा.वि. मार्तंड क्र.1रीवा
भोपाल समाचार से जुड़िए
कृपया गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें यहां क्लिक करें
टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें
व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए  यहां क्लिक करें
X-ट्विटर पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
फेसबुक पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
समाचार भेजें editorbhopalsamachar@gmail.com
जिलों में ब्यूरो/संवाददाता के लिए व्हाट्सएप करें 91652 24289
Tags

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!