INDORE में ऑपरेशन गंगाजल? पब्लिक ने विधायक के ड्राइवर को पीटा, कानून और व्यवस्था का संकट

Bhopal Samachar
लोकप्रिय हिंदी फिल्म "गंगाजल" तो आपने देखी ही होगी। उसकी स्टोरी शायद बिहार की कानून व्यवस्था पर आधारित थी परंतु ऐसा ही कुछ सीन इंदौर में दिखाई दे रहा है। एक परिवार के चार लोगों की मृत्यु के बाद भी पुलिस ने विधायक गोलू शुक्ला के ड्राइवर को थाने से ही जमानत पर छोड़ दिया। अब पब्लिक इतना भड़क गई है कि रास्ते में विधायक का ड्राइवर मिला तो उसको जमकर पीटा। मॉब लिंचिंग की स्थिति बन गई। यह केवल विरोध प्रदर्शन नहीं बल्कि कानून और व्यवस्था का संकट है। जब कानून अपना काम नहीं करता तो पब्लिक कानून को हाथ में लेने लगती है। 

भयभीत विधायक ने FIR दर्ज नहीं करवाई

घटना अरविंदो हॉस्पिटल के पास बीकानेर स्वीट्स के सामने की है। बस को राहगीरों ने रोका और ड्राइवर को नीचे उतरने को कहा। (हालांकि ये वो ड्राइवर नहीं है, जिसने 18 सितंबर की रात को एक्सीडेंट किया था।) जैसे ही ड्राइवर नीचे उतरा, वहां मौजूद लोगों ने उसकी पिटाई शुरू कर दी। वह भागने लगा, लेकिन लोगों ने पकड़कर फिर से पीट दिया। बाणगंगा थाना टीआई सियाराम गुर्जर ने बताया कि इस मामले में अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है, एफआईआर भी दर्ज नहीं की गई। मैसेज क्लियर है, विधायक गोलू शुक्ला को पता चल गया कि पब्लिक भड़क गई है। अब ऐसा कुछ भी नहीं करना चाहिए जिसके कारण स्थिति नियंत्रण से बाहर हो जाए।

विधायक के ड्राइवर को पुलिसकर्मी ने मॉब लिंचिंग से बचाया

इस मामले में पुलिस की जांच में सामने आया है कि ड्राइवर मोबाइल पर बात करते हुए तेज रफ्तार से बस चला रहा था। यात्रियों ने ड्राइवर को स्पीड कम करने के लिए टोका भी था, लेकिन उसने स्पीड कम नहीं की।राहगीरों द्वारा बस के रोकने और ड्राइवर को नीचे उतारकर पिटाई के दौरान वहां मौजूद पुलिसकर्मी बीच बचाव करता नजर आ रहा है। कुछ देर बाद पुलिसकर्मी बस ड्राइवर को घटनास्थल से दूर ले जाता नजर आ रहा है।

5 दिन पहले विधायक की बस में चार लोगों को मार डाला था

18 सितंबर की रात को बाणेश्वरी ट्रेवल्स की बस ने चार लोगों को टक्कर मार दी थी। इसमें एक ही परिवार के चार लोगों पति-पत्नी और उनके दो बेटों की मौत हो गई थी। महू एडिशनल एसपी रूपेश द्विवेदी के मुताबिक, बस शुक्ला ब्रदर्स के नाम पर रजिस्टर्ड है। यह बीजेपी विधायक गोलू शुक्ला के ऑफिस से ऑपरेट होती है।हादसे के बाद ड्राइवर और हेल्पर भाग निकले। मौके पर मौजूद लोग आक्रोशित हो गए। बस के कांच फोड़ दिए और आग लगाने की कोशिश की। एडिशनल एसपी द्विवेदी के मुताबिक हादसा ओवर स्पीड के चलते हुआ। बाद में ड्राइवर को पकड़ा गया और थाने में जमानत लेकर छोड़ दिया गया। बस इसी बात से पब्लिक भड़क गई है।
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