Bharatiya Nyaya Sanhita,2023 में भारत के प्रत्येक citizen को आत्मरक्षा का rights प्राप्त है। पिछले लेख की BNS की धारा 34 में इसके बारे में बताया गया है। आज हम आपको बताएंगे कि यदि अन्य किसी व्यक्ति की protect करते हुए, कोई ऐसा काम हो जाए, जो Crime की Category में आता है, तब क्या होगा। आपको Punishment मिलेगी या माफ़ (Sorry) कीजिए कर दिया जाएगा। पढ़िए:-
Bharatiya Nyaya Sanhita,2023 की धारा 35 की परिभाषा
कोई भी व्यक्ति अपने Body की या अन्य व्यक्ति के Body की एवं अपनी चल-अचल सम्पति (movable property) एवं अन्य व्यक्ति की moveable property की Immunity स्वयं कर सकता है। अगर रक्षा करते समय कोई Crime हो जाता है तब भारतीय न्याय संहिता की धारा 35 के अंतर्गत Crime नहीं होगा।
उधारानुसार वाद【Dayaram vs State】:-
उपर्युक्त मामले में यह अभिनिर्धारित किया गया कि जहाँ कुछ Criminal, किसी Woman को उसकी इच्छा के विरुद्ध बलपूर्वक उठा कर ले जा रहा हैं, तब उस Woman के हितचिंतको (Well-wishers) से यह अपेक्षा नहीं कि जा सकती थी कि वे Police में Complaint दर्ज करा कर पुलिस के आने की Wait में हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे। अपितु वे private defense के rights का प्रयोग करते हुए उस महिला को मुक्त करने के लिए Kidnapping कर्ताओं पर assault कर सकते हैं। इस प्रकार का अपराध भारतीय दंड संहिता की धारा 97 (अब BNS की धारा 35 होगी) के तहत क्षमा कर दिया जाएगा।
The Bharatiya Nyaya Sanhita, 2023 section 35 Punishment
Bharatiya Nyaya Sanhita,2023 की धारा 35 के तहत किसी भी प्रकार का कोई दंड प्रावधान नहीं है। इसमें Crime से क्षमा का प्रावधान है। यदि क्षमा नहीं किया जाता है तो उस धारा के तहत दंडित किया जाएगा, जो कि उसे अपराध के लिए निर्धारित की गई है।
✍️लेखक: बी.आर. अहिरवार (पत्रकार एवं विधिक सलाहकार, होशंगाबाद)। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article. डिस्क्लेमर - यह जानकारी केवल शिक्षा और जागरूकता के लिए है। कृपया किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई से पहले बार एसोसिएशन द्वारा अधिकृत अधिवक्ता से संपर्क करें।