मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में करीब 6 साल पहले फिल्मी स्टाइल में पति को किडनैप करके उसकी मौजूदगी में उसकी पत्नी का बलात्कार करने वाले बदमाश और उसके चार साथियों को कोर्ट ने बरी कर दिया। न्यायालय ने अपने आदेश में लिखा कि आप बेहद गंभीर थे लेकिन अभियोजन पक्ष ने (मामले की जांच करने वाली पुलिस ने) कोई ठोस सबूत पेश नहीं किए।
सनकी आशिक की फिल्मी कहानी से प्रेरित था अपराधी
यह पूरी कहानी, एक विवाहित महिला से एक तरफा प्रेम करने वाले सनकी अपराधी की है। महिला ने अपनी रिपोर्ट में पुलिस को बताया था कि, एक व्यक्ति लगातार उसके पीछे पड़ा हुआ था, बार-बार प्रपोज कर रहा था, लेकिन जब उसने स्पष्ट रूप से इनकार कर दिया तो सनकी प्रेमी ने इस अपराध की साजिश रची। उसने अपने चार साथियों के साथ मिलकर उसके पति को सरेराह किडनैप कर लिया। फिर एक अपार्टमेंट में ले गया। यहां अपराधियों ने महिला से पति को छोड़ देने के बदले में ₹50000 लिए। इसके बाद सनकी प्रेमी ने उसी अपार्टमेंट में महिला का बलात्कार किया। सिर्फ इतना ही नहीं, सनकी प्रेमी ने अपहरण और बलात्कार करने के बाद ₹40000 और लिए।
बलात्कार पीड़ित महिला 6 साल तक न्याय के लिए लड़ी, लेकिन हार गई
मुक्त होने के बाद महिला ने अपने पति के साथ पुलिस के पास पहुंचकर मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने मामला तो दर्ज किया परंतु ठीक प्रकार से इन्वेस्टिगेशन नहीं किया। पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ ठोस सबूत एकत्रित नहीं किया। महिला ने न्याय के लिए 6 साल तक लड़ाई लड़ी, लेकिन महिला और उसका पति कमजोर इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट के कारण कोर्ट में केस हार गए। न्यायालय ने यह कहते हुए आरोपियों को बरी कर दिया कि, पुलिस ने इस गंभीर प्रकृति के मामले में ठोस सबूत पेश नहीं किए हैं। रिपोर्ट: शैलेंद्र पटेल (सिटी रिपोर्टर)।