भोपाल समाचार डॉट कॉम नेट 3 दिन पहले ही बताया था कि किस प्रकार शहर में खुले आम मोबाइल स्नैचिंग हो रही है और पुलिस के सपोर्ट (मिलीभगत या लापरवाही) के कारण अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हो रही है। इस समाचार के बाद यहां क्लिक करके पढ़ सकते हैं। आज एक सीनियर पुलिस ऑफिसर शहर के सबसे हाई सिक्योर्ड और हाई प्रोफाइल इलाके में मोबाइल स्नेचिंग का शिकार हो गया।
IG इंटेलिजेंस, बाइक का नंबर नोट क्यों नहीं किया?
चार इमली क्षेत्र भोपाल का सबसे हाई प्रोफाइल और हाई सिक्योर्ड इलाका है, क्योंकि यहां पर लगभग सभी विभागों के सीनियर ऑफिसर्स रहते हैं। मंगलवार रात करीब 11:30 बजे IG इंटेलिजेंस डॉ. आशीष (IPS) अपनी पत्नी के साथ नाइट वॉक कर रहे थे तभी पीछे से आए बाइक सवार दो बदमाशों ने उनका मोबाइल छीन लिया और तेजी से फरार हो गए। यह घटना बिल्कुल वैसी ही है जैसी 3 दिन पहले रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के सामने हुई थी। यदि पुलिस तब एक्टिव हो जाती तो शायद मंगलवार को यह घटना नहीं होती। लेकिन तब पुलिस ने लूट के लिए फरियादी को ही दोषी बता दिया था। कहा था कि आपने बाइक का नंबर नोट क्यों नहीं किया। मंगलवार रात की घटना में आईजी इंटेलीजेंस ने भी बाइक का नंबर नोट नहीं किया।
क्राइम ब्रांच सहित चार थानों की पुलिस सक्रिय
लेकिन इस बार पीड़ित, सीनियर पुलिस ऑफिसर है और घटना तब हुई है जब उनकी पत्नी उनके साथ थी। इसलिए थाने की पुलिस ने वह सारी बातें नहीं की जो रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के ठीक सामने मोबाइल स्नेचिंग का शिकार हुए जबलपुर के ADPO से की थी। इस बार पुलिस कम से कम सक्रियता का प्रदर्शन तो कर रही है। क्राइम ब्रांच सहित चार थानों की पुलिस को बदमाशों की तलाश में लगाया गया है। पुलिस आरोपियों का पता लगाने के लिए शहर के आधे हिस्से के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। वैसे यदि पुलिस हबीबगंज थाने के हेड कांस्टेबल श्री नागेंद्र सिंह ठाकुर से पूछे तो शायद कुछ पता चल सकता है क्योंकि उनको इस तरह के मामलों का काफी एक्सपीरियंस है। उन्होंने ही तो ADPO को बताया था कि आपका मोबाइल आप कभी नहीं मिल पाएगा।