मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का रानीकमलापति रेलवे स्टेशन अंदर से भले ही किसी एयरपोर्ट जैसा लगता हो लेकिन स्टेशन के बाहर लड़ाई झगड़ा और अपराधी घटनाएं नियमित रूप से हो रही है। स्टेशन के बाहर खड़े हुए जबलपुर के सहायक लोक अभियोजन अधिकारी शिवम कंसाना मोबाइल स्नेचिंग का शिकार हो गए। उन्हें नहीं मालूम था कि स्टेशन के सामने खड़े होकर मोबाइल पर बात नहीं करनी चाहिए। पुलिस ने भी उनका कोई सपोर्ट नहीं किया। ADPO हैं, इसलिए मामला दर्ज कर लिया है।
रेलवे स्टेशन के सामने टैक्सी बुक कर रहे थे, मोबाइल छीन ले गए
जबलपुर के सहायक लोक अभियोजन अधिकारी (एडीपीओ) शिवम कंसाना ने पुलिस को बताया कि वह शनिवार रात जबलपुर से भोपाल आए थे और स्टेशन के सामने सड़क पर टैक्सी बुक कर रहे थे। तभी गणेश मंदिर की ओर से आए बाइक सवार बदमाशों ने उनके हाथ से मोबाइल झपटा और भाग निकले। उन्होंने हबीबगंज थाने में शिकायत की, जिस पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। रात करीब 9:20 बजे घटना हुई है। इस समय रोड पर काफी ट्रैफिक होता है और पुलिस का पॉइंट भी है। इसके बाद भी मोबाइल स्नैचर खुलेआम आए और स्नैचिंग करके चले गए।
पुलिस का रवैया: बाइक का नंबर क्यों नहीं देखा, बिना नंबर की बाइक होगी
इस मामले में भोपाल पुलिस का रवैया बिल्कुल वैसा ही है जैसा बॉलीवुड की फिल्मों में करप्ट पुलिस वालों का होता है। शिवम ADPO हैं इसलिए मामला दर्ज कर लिया लेकिन, बातचीत के दौरान उन्हें ठीक प्रकार से बता दिया है कि, अपराधियों के पकड़े जाने की संभावना बिल्कुल नहीं है क्योंकि इस घटना में सबसे बड़ी गलती उनकी है। मोबाइल स्नेचिंग के बाद उन्होंने बाइक का नंबर नोट क्यों नहीं किया।
जब सीसीटीवी कैमरे की बात आई तो हेड कांस्टेबल नागेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि, वह बिना नंबर की बाइक होगी। सीसीटीवी कैमरे से भी कुछ पता नहीं चलेगा। पुलिस पॉइंट होने के बावजूद, अच्छे खासे ट्रैफिक के बीच में मोबाइल स्नेचिंग की घटना हो गई, लेकिन पुलिस अपनी गलती मानने को तैयार नहीं है। बल्कि उसने क्लियर कर दिया है कि अपने सामान की सुरक्षा स्वयं करें। हमसे उम्मीद नहीं रखें। रिपोर्ट: शैलेंद्र पटेल।