iPhone बनाने वाली कंपनी Apple पर गंभीर आरोप लगाया गया है। एप्पल कंपनी अपने आईफोन यूजर्स से हर मोबाइल एप्लीकेशन की लाइसेंस फीस लेती है लेकिन संयुक्त राज्य अमेरिका में दो लेखकों ने दावा किया है कि एप्पल कंपनी ने intelligence नाम के AI मॉडल को प्रशिक्षित करने के लिए पायरेटेड किताबों का उपयोग किया है।
Apple intelligence के प्रशिक्षण में गड़बड़ी है: लेखकों का दावा
Grady Hendrix and Jennifer Roberson नाम के दोनों लेखकों ने अपनी शिकायत में कहा है कि एप्पल का scraper शैडो लाइब्रेरी तक पहुंच सकता है। यहां पर बिना लाइसेंस वाली कॉपीराइट किताबें मिलती है। शैडो लाइब्रेरी में किताबों की संख्या बहुत ज्यादा है। दोनों लेखकों का कहना है कि, एप्पल ने उनसे संपर्क किए बिना उनकी किताबों का उपयोग अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल को प्रशिक्षित करने के लिए किया। इस प्रकार एप्पल ने अपने फायदे के लिए उनकी किताबों को कॉपी करके उपयोग किया।
AI मॉडल चोरी के ज्ञान पर प्रशिक्षित हुए हैं?
उल्लेखनीय है कि जेनरेटिव AI टेक्नोलॉजी डेवलप करने वाली कंपनियों के खिलाफ कई मुकदमे चल रहे हैं। ChatGPT बनाने वाली कंपनी OpenAI के खिलाफ भी इसी प्रकार कंटेंट चोरी के मामले चल रहे हैं। यहां इस बात का उल्लेख करना भी जरूरी है कि इसी प्रकार की एक कंपनी Anthropic ने class action piracy से संबंधित मामले को निपटाने के लिए $1.5 billion (लगभग 12,450 करोड़ रुपये) देने की बात कही है। इस कंपनी के ऊपर आरोप है कि इसने अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को प्रशिक्षित करने के लिए 5 लाख लिखो की किताबों का, उनकी जानकारी और अनुमति के बिना उपयोग किया। कंपनी ने अब प्रत्येक लेखक को औसत 3000 डॉलर (लगभग ढाई लाख रुपए) देने की पेशकश की है।