कर्मचारी चयन आयोग की अव्यवस्थाओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों के लिए बहुचर्चित यूट्यूबर ध्रुव राठी ने एक ऑफर दिया है। सड़कों पर संघर्ष कर रहे अभ्यर्थियों से ध्रुव राठी का कहना है कि, यदि आप अभी (यानी कि विरोध प्रदर्शन के दौरान) मेरा कोर्स ज्वाइन करते हो तो मैं आपको 47% डिस्काउंट दूंगा।
ध्रुव राठी की पॉलिसी: न्याय नहीं बस आग में घी
इस समय जबकि कर्मचारी चयन आयोग की अभ्यर्थी न्याय की मांग कर रहे हैं। जिन्होंने सालों से सरकारी नौकरी के लिए तैयारी की है। वह चाहते हैं कि उन्हें परीक्षा का मौका मिले। निष्पक्ष परीक्षा का आयोजन हो फिर चाहे रिजल्ट कुछ भी रहे। उनको न्याय की राह पर संघर्ष के लिए मोटिवेट करने के बजाय ध्रुव राठी ने अपने ताजा वीडियो (India’s Students Are ANGRY! | Exam System is Collapsing! | SSC | Dhruv Rathee) में आग में घी डालने का काम किया। ध्रुव राठी ने बड़े विस्तार के साथ वह सारी बातें बताई जो सारे अभ्यर्थियों को पहले से पता है और जिनके कारण वह विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। बीच में ध्रुव राठी ने अपना सबसे पसंदीदा काम "सरकार की आलोचना" भी किया परंतु ना तो अभ्यर्थियों को मोटिवेट किया और ना ही अपने लगभग तीन करोड़ फॉलोअर्स को, SSC PROTEST को समर्थन देने के लिए अपील की।
रामदेव की तरह आग भड़का कर अपनी रोटी सेंकने की कोशिश
आपको याद होगा कैसे बाबा रामदेव ने दूसरों की निंदा की। लोगों के मन में विरोध की आग भड़काई और फिर अपनी कंपनी के प्रोडक्ट बेचना शुरू कर दिया। ध्रुव राठी भी बिल्कुल वैसा ही कर रहा है। सरकारी नौकरी के लिए संघर्ष करने वाले उम्मीदवारों में सरकार के प्रति असंतोष पैदा करके अपना कोर्स बेच रहा है। संघर्ष के समय जब साथ देना चाहिए तब लिमिटेड टाइम डिस्काउंट ऑफर दे रहा है।
ध्रुव राठी जैसे लोगों को क्या करना चाहिए
घोटाले और गड़बड़ी तो पहले भी होते थे। सिगरेट के पैकेट पर सरकारी नौकरी के आदेश जारी कर दिए जाते थे। लेकिन तब विपक्ष भड़काने के लिए नहीं बल्कि न्याय के लिए संघर्ष करता था। ध्रुव राठी और इनके जैसे लोग, जो भारत में लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष की शपथ उठाए बैठे हैं, ऐसी हालत में न्याय के लिए संघर्ष में शामिल होना चाहिए। वैसे एक इत्तेफाक है कि ध्रुव राठी का वीडियो उसे समय आया है जब आम आदमी पार्टी ने SSC PROTEST को समर्थन दे दिया है। लेकिन कितना अच्छा होगा यदि ध्रुव राठी खुद अपने 3 करोड़ फॉलोवर्स के साथ विरोध प्रदर्शन में शामिल हो जाए।
यदि सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरने में डर लगता है तो कर्मचारी चयन आयोग द्वारा नियुक्त की गई जिस एजेंसी के बारे में इस वीडियो में ढेर सारी रिसर्च करके साबित किया है की एजेंसी गड़बड़ है। उसके खिलाफ हाई कोर्ट में पिटीशन फाइल कर दे। ध्रुव राठी जैसे लोग SSC के लाखों अभ्यर्थियों से करोड़ों रुपए की कमाई कर रहे हैं। उनके मोटीवेटर बने बैठे हैं। उनके लिए कम से कम इतना तो कर सकते हैं। SSC CGL की परीक्षा स्थगित तो करवा सकते हैं।
लेकिन वह ऐसा कुछ नहीं करेंगे क्योंकि वह समाज में न्याय और सिस्टम में सुधार नहीं चाहते बल्कि लोगों के दिलों में सरकार के खिलाफ आग भड़कते हुए देखना चाहते हैं। इसलिए नहीं की आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता हैं बल्कि इसलिए क्योंकि इसी आग पर ध्रुव राठी जैसे कथित मोटिवटर्स का मलाई टिक्का और शाही कबाब पकता है।
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