MP हमारे शिक्षक मोबाइल ऐप पाकिस्तानी इंजीनियर ने बनाया है, डाटा लीक हो जाएगा, शिक्षकों के ज्ञापन का मसौदा

Bhopal Samachar
मध्य प्रदेश में एक तरफ लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा अतिथि शिक्षकों को हमारे शिक्षक मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से अटेंडेंस के लिए मजबूर किया जा रहा है और दूसरी तरफ सभी शिक्षक नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को व्हाट्सएप पर ज्ञापन का एक नया मसौदा भेजा गया है। इसमें बताया गया है कि, मध्य प्रदेश का "हमारे शिक्षक मोबाइल एप्लीकेशन" पाकिस्तानी इंजीनियर द्वारा बनाया गया है। और चीन एवं बांग्लादेश के इंजीनियर ने उसको सपोर्ट किया है। 

मध्य प्रदेश का सरकारी काम पाकिस्तानी इंजीनियर को कैसे मिला?

शिक्षकों को भेजे गए मसौदे में लिखा है कि, मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों की ऑनलाइन अटेंडेंस एवं रिकॉर्ड हेतु, डिपार्टमेंट की सभी प्रकार की गतिविधियों के संचालन हेतु एजुकेशन पोर्टल 3.0 एवं हमारे शिक्षक मोबाइल एप्लीकेशन का डेवलपमेंट करवाया गया है। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा यह काम National Informatics Centre, India को दिया गया परंतु NIC के इंजीनियर ने काम नहीं किया बल्कि एक अन्य कंपनी यूनी कॉपस को टेंडर दे दिया। जबकि इस कंपनी को कम करना आता ही नहीं था इसलिए उसने मोबाइल एप्लीकेशन हेतु एक थर्ड पार्टी median dot co को हायर कर लिया। इस कंपनी को पाकिस्तान के इंजीनियर लीड करते हैं। चीन और बांग्लादेश के इंजीनियर सपोर्ट करते हैं। कंपनी के चार सबसे बड़े अधिकारियों के नाम इस प्रकार हैं:-
1. हुनैद हसन डायरेक्टर ऑफ इंजीनियरिंग मूल पाकिस्तान
2. वायन ही चीफ टेक्नोलॉजी ऑफीसर मूल चीनी
3. अब्दुल्ला अबुल हुसैन सॉफटवेयर इंजीनियर मूल बंग्लादेशी
4. टायलर ली अकाउट एक्जीक्यूटिव मूल चीनी

ज्ञापन के मसौदे में लिखा है कि, हमारे शिक्षक मोबाइल एप्लीकेशन में महिला एवं पुरुष सभी शिक्षकों का चेहरा, समग्र आई.डी. (जो कि आधार से लिंक है), नाम, पिता का नाम, माता का नाम, जन्म दिनांक, खाता क्रमांक, आईरिस जैसे निजी दस्तावेज फीड है एवं कंपनी के कर्मचारी पाकिस्तान जैसे देश से जुडे हुए है एवं यह हमारे देश की सुरक्षा में बड़ी चूक है क्योंकि सीधे संबंधित ऐप से 400000 से अधिक कर्मचारियों का डेटा फीड है।

ज्ञापन के मसौदे में जो कुछ भी लिखा है वह बाद गंभीर मामला है। सभी को निर्देशित किया गया है कि वह अपने लोकल विधायक के माध्यम से इस ज्ञापन को मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव तक पहुंचाएं। अब देखना यह है कि स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह और लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल इस मामले में क्या जवाब प्रस्तुत करते हैं। 

भोपाल समाचार से जुड़िए
कृपया गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें यहां क्लिक करें
टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें
व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए  यहां क्लिक करें
X-ट्विटर पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
Facebook पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
समाचार भेजें editorbhopalsamachar@gmail.com
जिलों में ब्यूरो/संवाददाता के लिए व्हाट्सएप करें 91652 24289

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!