SSC चेयरमैन एस गोपालकृष्णन की एक गड़बड़ी ने पूरे भारत में आक्रोश पैदा कर दिया है। दिल्ली में प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों को तो सरकार ने शांत कर लिया परंतु अब हर शहर में प्रदर्शन हो रहे हैं। मेट्रोपॉलिटन भोपाल के अंतर्गत आने वाले विदिशा शहर में उम्मीदवारों ने प्रदर्शन किया और SSC, MPESB, MPPSC इत्यादि की परीक्षाओं में देरी एवं गड़बड़ी के खिलाफ ज्ञापन दिया। अच्छी बात यह रही कि विदिशा के कलेक्टर श्री अंशुल गुप्ता स्वयं प्रदर्शनकारियों से मिलने आ गए और उनका गुस्सा शांत हो गया।
SSC और MPESB एक ही एजेंसी से परीक्षा करवाते हैं?
कर्मचारी चयन आयोग के मामले में जिस वेंडर कंपनी को लेकर सर बखेड़ा खड़ा हुआ है। उसका नाम Eduquity Career Technologies है। यह वही कंपनी है जिसने मध्य प्रदेश में कर्मचारी चयन मंडल द्वारा आयोजित, तीन परीक्षाओं का काम देखा था और तीनों में पेपर लीक होने के आरोप लगे। विधानसभा चुनाव के पहले पटवारी भर्ती परीक्षा का तो परिणाम तक स्थगित करना पड़ा था। उम्मीदवारों का कहना है कि कर्मचारी चयन मंडल वाले जानबूझकर ऐसे वेंडर्स का चुनाव करते हैं, जो परीक्षाओं में गड़बड़ी करें।
मध्य प्रदेश में उम्मीदवारों के सुझाव
छात्रों ने कहा कि जिस तरह बोर्ड परीक्षाओं का कैलेंडर पहले से घोषित होता है, उसी तरह प्रतियोगी परीक्षाओं और भर्तियों का भी वार्षिक कैलेंडर तैयार किया जाए। इससे युवाओं की तैयारी भी फोकस्ड होगी और अनिश्चितता खत्म होगी। छात्रों का कहना है कि अगर भर्ती समय पर होगी तो समय पर तैयारी हो सकेगी। भर्ती लंबे अंतराल के बाद नहीं निकाली जानी चाहिए, ताकि उनकी उम्र ही बीत जाए।आज विदिशा मध्य प्रदेश में S.S.C. की जो मन मानी चल रही है उसके लिए छात्रों ने रैली निकाल कर कलेक्ट्रेट आकर कलेक्टर साहब को ज्ञापन दिया और मांग करी कि Ediquity जैसी भ्रष्ट कंपनी को हटाकर नया वेंडर लाया जाए।इधर 500 छात्र थे।#DM_MADAD_KARO #SSC_System_Sudharo #SSCVendorFailure pic.twitter.com/u8DnZ3ZQAc
— vaibhav shrivastava (@vaibhav30349608) August 5, 2025