भोपाल। प्रदेश के सरकारी कॉलेजों में रिक्त पदों के विरुद्ध सेवा करने वाली महिला अतिथि विद्वानों ने पूरे प्रदेश में रक्षाबंधन के अवसर पर एक बड़ी मुहिम चलाई है। सूबे के मुखिया डॉ मोहन यादव एवं विभागीय मंत्री इंदर सिंह परमार को हजारों रखियाँ स्पीड पोस्ट की गई है। इसी कड़ी में हजारों मेल भी मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री को किया गया है। जैसा की विदित हो प्रदेश में पिछले दो दशकों से ज्यादा समय से अतिथि विद्वान सेवा कर रहें है रोज उनको फालेन आउट होने का डर सताता रहता है।
महिलाओं ने कहा राम-सीता का बनवास 14 वर्ष में ख़त्म हुआ हमारा तो 25 वर्षों से जारी
महिला अतिथि विद्वान महासंघ की प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ सपना श्रीवास्तव भोपाल ने कहा की भगवान सीताराम ज़ी का बनवास 14 वर्ष में समाप्त हो गया था लेकिन आज़ हम अतिथि विद्वानों का बनवास ख़त्म होने का नाम नहीं लें रहा है। डॉ श्रीवास्तव ने बताया की 25 वर्षों से स्थाई समायोजन फिक्स वेतन के लिए विनती कर रहें है जबकि मुख्यमंत्री ज़ी, मंत्री ज़ी की घोषणा भी थी लेकिन आज़ तक पूरा नहीं हुआ। रक्षाबंधन में हजारों महिलाओं ने राखी भेजी है उसकी लाज रखें हमारे भाई मुख्यमंत्री ज़ी, मंत्री ज़ी।
राखी के साथ पत्र में लिखा भैया राखी की लाज बचाना
महिला अतिथि विद्वान डॉ लक्ष्यरी दास महासचिव ने बताया की राखी के साथ चिट्ठी में लिखा है की मोहन और परमार भईया राखी की लाज निभाना अपमान सूचक शब्द फालेन आउट से निजात दिलाना एवं शोषण का प्रतीक अतिथि नाम से मुक्ती देना।ऐसे ही लगभग सभी पत्रों में मार्मिक अपील की गई है साथ ही द्रोपदी और कृष्ण के संबंधो का भी उल्लेख किया गया है।डॉ दास ने बताया की हरियाणा सरकार से ज्यादा बेहतर नीती मध्य प्रदेश सरकार बनाए विद्वानों के लिए।
डॉ नीमा सिंह,जबलपुर प्रदेश अध्यक्ष महिला मोर्चा:
हम सभी महिला अतिथि विद्वानों ने माननीय मुख्यमंत्री ज़ी एवं उच्च शिक्षा मंत्री ज़ी को हजारों की संख्या में राखी भेजी है एवं अनुरोध किया है की आप हमारे भैया है इस राखी की लाज बचाते हुए प्रदेश की उच्च शिक्षित अतिथि विद्वानों का भविष्य सुरक्षित करें एवं भईया स्थाई/समायोजन/फिक्स मासिक वेतन का आदेश जारी करें।