मध्य प्रदेश के अशोकनगर में कुछ शरारती तत्वों ने एक नई बहस को जन्म दे दिया और ऐसी किसी भी बहस को प्रारंभ होने से पहले ही खत्म कर देने का प्रयास करने वाली महिला शिक्षक को कलेक्टर ने सस्पेंड कर दिया। कलेक्टर की कार्रवाई के कारण बहस एक बार फिर शुरू हो गई है। वीडियो वायरल हो रहा है और लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या बाबा साहेब अंबेडकर, महात्मा गांधी से भी बड़े हैं। देश की आजादी में, दो दोनों में से किसका अधिक योगदान है।
स्वतंत्रता दिवस समारोह का प्रोटोकॉल
भारत में स्वतंत्रता दिवस समारोह एक सरकारी उत्सव है। प्रोटोकॉल के अनुसार इस दिन ध्वजारोहण अर्थात ध्वज का आरोहण होता है। इसके अलावा पारंपरिक रूप से भाषणों के दौरान शहीद हुए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद किया जाता है और जीवित स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का सम्मान किया जाता है। ध्वज के समक्ष परेड की जाती है और ध्वज को सलामी दी जाती है। स्वतंत्रता दिवस समारोह में ध्वज ही महत्वपूर्ण होता है। जो स्वतंत्रता का प्रतीक है। लेकिन शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अशोकनगर में दिनांक 15 अगस्त 2025 को स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर ध्वजारोहण कार्यक्रम के दौरान किसी शरारती व्यक्ति ने मंच पर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर, भारत माता और महात्मा गांधी का चित्र रख दिया।
विवाद उत्पन्न करने के लिए शरारत की गई
शासन द्वारा जारी किए गए स्वतंत्रता दिवस समारोह के निर्देश एवं कार्यक्रम की रूपरेखा इत्यादि में कहीं पर भी मंच पर किसी चित्र को स्थापित करने का कोई उल्लेख नहीं है लेकिन एक विवाद की स्थिति " महात्मा गांधी से बड़े बाबा साहब अंबेडकर" निर्मित करने के लिए ऐसा किया गया। सबसे पहले बाबा साहब और सबसे अंत में महात्मा गांधी का चित्र रखा गया। यदि कोई चित्रों का आर्डर (क्रम) पलट देता है तो बाबा साहब का अपमान और यदि नहीं पलटता तो महात्मा गांधी का अपमान। स्कूल प्राचार्य को दो पाटों के बीच में फंसा दिया गया था। कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठ महिला शिक्षक श्रीमती रश्मि रघुवंशी शायद इस बात को समझ गई और उन्होंने मंच से सभी चित्रों को हटाने के लिए कहा। श्रीमती रघुवंशी, विद्यालय की प्राचार्य नहीं है और आदेश देने का अधिकार नहीं रखती। उन्होंने अपना विचार रखा। वायरल वीडियो में इसके बाद क्या हुआ, यह दिखाया नहीं गया है लेकिन उसके बाद मंच पर डॉक्टर अंबेडकर और महात्मा गांधी दोनों के चित्र हटा दिए गए। केवल भारत माता का चित्र स्थापित था।
कलेक्टर ने महिला शिक्षक को सस्पेंड कर दिया
जब शरारती तत्वों का टारगेट पूरा नहीं हुआ तो उन्होंने मंच पर किसी भी प्रकार का चित्र स्थापित करने पर आपत्ति उठाने वाली महिला शिक्षक को ही टारगेट कर लिया। महात्मा गांधी और बाबा साहब दोनों के चित्र हटाए गए थे परंतु मुद्दा केवल बाबा साहब के अपमान का बनाया गया, ताकि संवेदनशीलता बनी रहे। जैसे ही इस विषय को लेकर शोर शुरू हुआ। अशोकनगर के कलेक्टर श्री आदित्य सिंह ने अखबार में प्रसारित एक खबर के आधार पर, बिना कोई जांच किया, वरिष्ठ महिला शिक्षक का पक्ष जाने बिना। उनको सस्पेंड कर दिया।