solitary confinement का अर्थ है किसी व्यक्ति को अन्य लोगों से अलग रखना, जिससे वह अपने विचारों और कार्यों पर विचार कर सके और अपने व्यवहार में सुधार कर सके। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें व्यक्ति को अकेले में रखा जाता है, जिससे वह अपने आप पर विचार कर सके और अपने जीवन में सुधार कर सके।
Bharatiya nyaya sanhita,2023 की धारा 11 की परिभाषा
जब किसी व्यक्ति को kathor कारावास की saja सुनाई जाती है, तो court अपने फैसले में यह Order दे सकती है कि उस व्यक्ति को उसकी Punishment के कुछ हिस्से के लिए solitary confinement में रखा जाए। इसके पीछे न्यायालय का अपराधी की मानसिकता के संदर्भ में अध्ययन और उसको सुधारने की मंशा निहित होती है।
एकांत परिरोध के उद्देश्य: Purpose of solitary confinement
1. Self-Assessment - एकांत परिरोध व्यक्ति को अपने विचारों और कार्यों पर विचार करने का अवसर प्रदान करता है।
2. Improvement in behaviour:- एकांत परिरोध व्यक्ति को अपने व्यवहार में सुधार करने का अवसर प्रदान करता है।
3. spiritual growth:- एकांत परिरोध व्यक्ति को अपने आध्यात्मिक विकास के लिए समय और स्थान प्रदान करता है।
एकांत परिरोध के लाभ: Benefits of Solitary Confinement
1. Self-knowledge: एकांत परिरोध व्यक्ति को अपने बारे में अधिक जानने का अवसर प्रदान करता है।
2. mantle piece: एकांत परिरोध व्यक्ति को मानसिक शांति और स्थिरता प्रदान कर सकता है।
3. personal development: एकांत परिरोध व्यक्ति को अपने व्यक्तिगत विकास के लिए समय और स्थान प्रदान करता है।