भोपाल के एक बिल्डर की शिकायत मिली है। ग्राहक भोपाल से बाहर का रहने वाला है। बिल्डर ने बड़ी चतुराई के साथ पहले 50 लाख रुपए की कॉस्ट शीट बनाकर और एडवांस लेने के बाद एग्रीमेंट से पलट गया। ग्राहक ने जब अपना एडवांस मनी वापस मांगा तो देने से इनकार कर दिया।
पहले ग्राहक को टेक्स्ट चोरी का फायदा बताया
ग्राहक ने DISCLOSURE OF ILLEGAL CASH DEMAND TOWARDS SALE OF HOUSING PROPERTY भेजा है। ग्राहक ने बताया कि, 50 लाख रुपए की प्रॉपर्टी के लिए डील हुई थी। एडवांस पेमेंट भी कर दिया था। बाद में जब प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री की बातचीत शुरू हुई तो उन्होंने कहा कि एग्रीमेंट 40 लाख का होगा। बाकी का पैसा ब्लैक में देना होगा। ग्राहक ने कहा कि मैं पूरा 50 लाख एक नंबर में पेमेंट करूंगा। मुझे 50 लाख की रजिस्ट्री चाहिए। तो बिल्डर की तरफ से बताया गया कि यदि अपने 45 लाख से अधिक की रजिस्ट्री करवाई तो आपको 5% GST देना होगा जबकि 45 लाख से काम की रजिस्ट्री पर एक प्रतिशत GST देना होगा। इसमें आपका फायदा है। ग्राहक ने फायदा लेने से मना कर दिया और कहा कि मैं 5% GST का भुगतान करूंगा लेकिन मुझे 50 लाख का एग्रीमेंट और रजिस्ट्री चाहिए।
बाद में दबाव बनाने लगे और पलट गए
इसके बाद ग्राहक को कई बार समझाने की कोशिश की गई। फिर ग्राहक पर दबाव बनाया गया। ग्राहक लगातार कहता रहा कि मैं ब्लैक मनी नहीं दूंगा। मैं पूरा पैसा एक नंबर में पेमेंट करूंगा और 50 लाख की रजिस्ट्री करवाऊंगी। इसके बाद बिल्डर का स्टाफ पलट गया। उन्होंने एग्रीमेंट और रजिस्ट्री से इनकार कर दिया। ग्राहक ने जब अपना एडवांस में सब वापस मांगा तो एडवांस पैसा देने से भी मना कर दिया।
भोपाल के रियल एस्टेट मार्केट में धोखाधड़ी का नया तरीका
कुल मिलाकर यह मामला ग्राहकों को जाल में फंसाने का खेल है। सबसे पहले किसी भी तरह से ग्राहक को अपने जाल में फंसा कर एडवांस पेमेंट ले लेते हैं। इसके बाद उसके साथ विवाद शुरू कर देते हैं और एग्रीमेंट करने से इनकार कर देते हैं। लोकल का ग्राहक तत्काल ऑफिस जाकर खड़ा हो सकता है लेकिन बाहर का व्यक्ति, इस प्रकार के विवाद से बचना चाहता है। उसकी इसी कमजोरी का फायदा उठाया जाता है। इस प्रकार कई सारे लोगों से एडवांस पेमेंट लेकर मुकर जाते हैं। रियल एस्टेट में यह धोखाधड़ी का एक नया धंधा हो गया है। ✒ रिपोर्ट शैलेंद्र उपाध्याय।