मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित नर्मदापुरम, ग्वालियर एवं चंबल संभाग के 16 जिलों के बिजली उपभोक्ताओं का डाटा चोरी हो गया है। कार्यालय प्रबंध संचालक, मध्य प्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड, भोपाल द्वारा सभी ग्राहकों के लिए साइबर अलर्ट जारी किया गया है।
मध्य प्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के उपभोक्ता सावधान रहें
MPEB द्वारा जारी अलर्ट में भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, ग्वालियर, अशोकनगर, दतिया, गुना, शिवपुरी, मुरैना, भिंड, श्योपुर के बिजली उपभोक्ताओं से अपील की गई है कि किसी भी मोबाइल नंबर से आए फोन के आधार पर किसी भी मोबाइल नंबर पर बिजली बिल की राशि अंतरित न करें। साथ ही, अपना पिन नंबर भी किसी के साथ साझा न करें। उपभोक्ताओं के नाम जारी अपील में यह भी बताया गया है कि मध्य प्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड, भोपाल के संज्ञान में आया है कि साइबर जालसाजों द्वारा बिजली उपभोक्ताओं को एसएमएस, व्हाट्सएप मैसेज अथवा आई.व्ही.आर. तकनीक से फोन कॉल पर नंबर दबाने के लिए कहा जाता है, जिसमें बिल भुगतान कराने के लिए भय बनाया जाता है कि आपकी बिजली कुछ घंटों बाद काट दी जाएगी। इसके लिए बिल भुगतान करने हेतु विशेष नंबर दबाएं अथवा विशेष मोबाइल नंबर पर संपर्क कर बकाया राशि जमा कराएं। इस प्रकार के एसएमएस, व्हाट्सएप मैसेज एवं आई.व्ही.आर. फोन कॉल फर्जी हैं, इन पर ध्यान न दें।
कंपनी की ओर से यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि डाटा चोरी करने वाले कौन लोग हैं और उन्हें पकड़ने के लिए कंपनी की तरफ से क्या कार्रवाई की जा रही है। यहां उल्लेख करना जरूरी है कि इस प्रकार की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। उनमें कंपनी के कर्मचारी शामिल थे। अपराधियों के पास परिवार में से केवल उसी व्यक्ति का नंबर होता है, जिसके नाम पर बिजली कनेक्शन होता है या जिसका मोबाइल नंबर कंपनी की सूचनाएं प्राप्त करने, शिकायत दर्ज कराने एवं बिजली बिल का भुगतान करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसलिए, इसमें कोई शक नहीं है कि अपराधियों के पास जो भी जानकारी है, वह बिजली कंपनी के रिकॉर्ड से ही कंप्रोमाइज हुई है।