माननीय मंत्री महोदय, जनजातीय कार्य विभाग, मध्य प्रदेश शासन, भोपाल। सविनम्र निवेदन है कि मैं आपका ध्यान आदिम जाति कल्याण विभाग में अतिथि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में व्याप्त कुछ कमियों की ओर आकर्षित करना चाहता हूँ, जो योग्य बेरोजगार अभ्यर्थियों के लिए अवसरों के अभाव का कारण बन रही हैं। इस संबंध में निम्नलिखित तथ्यों को आपके समक्ष प्रस्तुत करना चाहता हूँ:
1. एजुकेशन पोर्टल 3.0 जैसी ऑनलाइन भर्ती प्रणाली का अभाव:
वर्तमान में आदिम जाति कल्याण विभाग में अतिथि शिक्षकों की भर्ती हेतु एजुकेशन पोर्टल 3.0 जैसी कोई ऑनलाइन व्यवस्था उपलब्ध नहीं है। इसके परिणामस्वरूप, आवेदन आमंत्रित करने, चॉइस फिलिंग, मेरिट लिस्ट तैयार करने, और नियुक्ति प्रक्रिया में पारदर्शिता का अभाव देखा जा रहा है। इसके विपरीत, IFMIS पोर्टल का उपयोग नियुक्ति के पश्चात् प्राचार्य या प्रधान पाठकों द्वारा नाम दर्ज करने हेतु किया जाता है, जो भर्ती प्रक्रिया को सुगम और पारदर्शी बनाने में अपर्याप्त है।
2. औपचारिक विज्ञप्ति जारी नहीं की जाती:
प्राचार्य अथवा प्रधान पाठकों द्वारा अतिथि शिक्षकों की भर्ती हेतु कोई औपचारिक विज्ञप्ति जारी नहीं की जाती। इस अपारदर्शी प्रक्रिया के कारण योग्य बेरोजगार अभ्यर्थियों को भर्ती प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त नहीं हो पाती, जिसके फलस्वरूप वे अपने अधिकारों और अवसरों से वंचित रह जाते हैं।
3. योग्य अभ्यर्थी और विद्यार्थी दोनों के लिए हानिकारक:
उपरोक्त कमियों के कारण योग्य और शिक्षित बेरोजगार अभ्यर्थी, जो जनजातीय क्षेत्रों में शिक्षा के प्रसार में योगदान दे सकते हैं, भर्ती प्रक्रिया में भाग लेने से वंचित रहते हैं। यह न केवल उनके लिए अन्यायपूर्ण है, बल्कि जनजातीय क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लक्ष्य को भी प्रभावित करता है।
प्रस्तावित समाधान:
आदिम जाति कल्याण विभाग में शिक्षा विभाग की भाँति एजुकेशन पोर्टल 3.0 के समान एक पारदर्शी और डिजिटल भर्ती प्रणाली लागू की जाए, जिसमें निम्नलिखित प्रावधान शामिल हों:
1. ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया: अतिथि शिक्षकों के लिए आवेदन आमंत्रित करने हेतु एक ऑनलाइन पोर्टल स्थापित किया जाए।
2. चॉइस फिलिंग और मेरिट लिस्ट: अभ्यर्थियों को चॉइस फिलिंग का अवसर प्रदान किया जाए और मेरिट लिस्ट को पारदर्शी रूप से प्रदर्शित किया जाए।
3. नियुक्ति प्रक्रिया: नियुक्ति प्रक्रिया को डिजिटल और समयबद्ध बनाया जाए ताकि योग्य अभ्यर्थियों को समान अवसर प्राप्त हो।
4. विज्ञप्ति का प्रकाशन: भर्ती प्रक्रिया की शुरुआत से पूर्व प्राचार्य या प्रधान पाठकों द्वारा औपचारिक विज्ञप्ति जारी की जाए, जिससे सभी इच्छुक अभ्यर्थियों को जानकारी प्राप्त हो।
तत्काल समाधान के लिए निवेदन:
माननीय महोदय, चूँकि आदिम जाति कल्याण विभाग के अन्य कार्य एजुकेशन पोर्टल 3.0 पर सुचारु रूप से संचालित हो रहे हैं, अतः अतिथि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को भी इसी पोर्टल के माध्यम से संचालित करना संभव और उचित प्रतीत होता है। यह कदम न केवल भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाएगा, बल्कि योग्य बेरोजगार अभ्यर्थियों को उनके अधिकारों और अवसरों का लाभ प्राप्त करने में सहायता प्रदान करेगा।
आपसे सविनम्र अनुरोध है कि इस पत्र को ही निवेदन की मान्यता देते हुए आवश्यक निर्देश प्रदान करें, ताकि जनजातीय कार्य विभाग में अतिथि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी, डिजिटल और समावेशी बनाया जा सके। इस दिशा में आपके सकारात्मक प्रयास जनजातीय क्षेत्रों में शिक्षा के स्तर को उन्नत करने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
धन्यवाद सहित,
समस्त योग्य उम्मीदवार, मध्य प्रदेश
अस्वीकरण: खुला खत एक ओपन प्लेटफॉर्म है। यहाँ मध्य प्रदेश के सभी जागरूक नागरिक सरकारी नीतियों की समीक्षा करते हैं, सुझाव देते हैं, और समस्याओं की जानकारी देते हैं। पत्र लेखक के विचार उसके निजी हैं। यदि आपके पास भी कुछ ऐसा है, जो मध्य प्रदेश के हित में हो, तो कृपया लिख भेजें। हमारा ई-मेल पता है: editorbhopalsamachar@gmail.com
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