Bhopal Samachar - VIDEO देखिए, मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश के हर जिले में ऐसा पार्क बनवाना चाहते हैं

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव हर जिले में एक ऐसा पार्क बनवाना चाहते हैं, जिसे देखने वाले बस देखते रह जाएं। यह आइडिया उन्हें स्पेन के बार्सिलोना शहर में आया, जब सुबह के समय वह एक पार्क में घूमने के लिए गए। यह पार्क उन्हें इतना पसंद आया कि, उन्होंने वहीं से ऐलान कर दिया कि मध्य प्रदेश के सभी जिलों में काम से कम एक पार्क को इसी प्रकार से डेवलप किया जाएगा। 

VIDEO - वह पार्क जिसे देखकर मुख्यमंत्री मोहन यादव मोहित हो गए 


बार्सिलोना के पार्क गुएल के बारे में प्रमुख जानकारी 

इस पार्क को Wonder of architecture कहा जाता है। पार्क गुएल (Park Güell) बार्सिलोना, स्पेन में स्थित एक अनोखा और खूबसूरत पार्क है, जिसे प्रसिद्ध कैटलन वास्तुकार एंटोनी गौडी ने डिज़ाइन किया था। यह यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में से एक है और बार्सिलोना के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यह पार्क 1900 से 1914 के बीच बनाया गया था और इसे मूल रूप से एक रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट के रूप में डिज़ाइन किया गया था, लेकिन बाद में इसे सार्वजनिक पार्क में बदल दिया गया। यह बार्सिलोना के ग्रासिया ज़िले में, कार्मेल पहाड़ी पर स्थित है।

बार्सिलोना के पार्क गुएल की कहानी - The Story of Barcelona's Park Guell in Hindi

1900 की शुरुआत में, अमीर उद्योगपति यूसेबी गुएल ने बार्सिलोना के बाहरी इलाके में एक "गार्डन सिटी" (उद्यान शहर) बनाने की कल्पना की थी। वह शहर के अभिजात वर्ग के लिए एक आवासीय संपत्ति विकसित करना चाहते थे, जिसमें 60 घर बनाए जाने थे। इस प्रोजेक्ट की डिजाइनिंग के लिए प्रख्यात आर्किटेक्ट एंटोनी गौडी को नियुक्त किया गया। गौडी ने अपनी विशिष्ट कैटलन आधुनिकतावादी शैली का उपयोग करते हुए, प्रकृति और वास्तुकला को सामंजस्यपूर्ण रूप से मिश्रित करने का प्रयास किया। 

Park Guell: प्रोजेक्ट फेल हुआ लेकिन पार्क फेमस हो गया

इतना शानदार आर्किटेक्चर होने के बावजूद यह प्रोजेक्ट फेल हो गया। 1914 तक केवल दो घर ही बन पाए। इनमें से एक घर स्वयं गौडी का था परंतु वह भी ज्यादा दिनों तक यहां नहीं रहे। 1925 में उन्होंने अपना घर खाली कर दिया। यानी कि जिसने बनाया उसे भी पसंद नहीं आया। वह घर अब गौडी हाउस-म्यूजियम (Casa Museu Gaudí) बना दिया गया है। 1922 में, बार्सिलोना सिटी ने इस भूमि का अधिग्रहण कर लिया और इसे एक सार्वजनिक पार्क में बदल दिया। पार्क को प्रकृति और वास्तुकला के विलक्षण समन्वय का प्रतीक माना जाता है।  1984 में, पार्क गुएल को एंटोनी गौडी के "कार्यों" की सूची के हिस्से के रूप में एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल नामित किया गया। 

Park Guell Most popular tourist points

✔ पार्क के मुख्य प्रवेश द्वार पर दो रंग-बिरंगी इमारतें हैं, जो मशरूम जैसी दिखती हैं। इन्हें "जिंजरब्रेड हाउस" भी कहा जाता है।
✔ प्रवेश द्वार से एक भव्य सीढ़ी ऊपर जाती है, जिसके बीच में एक रंगीन ड्रैगन या छिपकली की मूर्ति है, जो गौडी की कला का प्रतीक बन चुकी है। यह मूर्ति ट्रेनकाडिस (टूटी-फूटी टाइलों की मोज़ेक कला) से सजी है।
हाइपोस्टाइल हॉल: सीढ़ियों के ऊपर 86 डोरिक कॉलम्स से बना एक विशाल हॉल है, जो बाजार के रूप में डिज़ाइन किया गया था। छत पर रंगीन मोज़ेक टाइल्स और जटिल डिज़ाइन इसे खास बनाते हैं।
✔  मुख्य टेरेस: पार्क का सबसे आकर्षक हिस्सा इसका मुख्य टेरेस है, जो एक लंबी, लहरदार बेंच से घिरा हुआ है। यह बेंच भी ट्रेनकाडिस तकनीक से सजी है और रंग-बिरंगे मोज़ेक पैटर्न्स से भरी हुई है। यहाँ से बार्सिलोना शहर और भूमध्य सागर का शानदार नज़ारा दिखता है।

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का यह सपना, इस कार्यकाल में पूरा होगा या नहीं, यह तो नहीं कहा जा सकता परंतु इतना जरूर कहा जा सकता है कि यदि ऐसा ऐसा पार्क मध्य प्रदेश के प्रमुख शहरों (उज्जैन, मैहर, ओरछा, नर्मदापुरम, खजुराहो, जबलपुर भोपाल और इंदौर) में भी बन गया तो भारतीय और विदेशी पर्यटकों की लाइन लग जाएगी।

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