आधुनिक भौतिकी में सबसे गहन अनसुलझे सवालों में से एक है: “क्या गुरुत्वाकर्षण अन्य quantum forces की तरह व्यवहार करता है, क्या गुरुत्वाकर्षण (gravity) क्वांटम (quantum) है?” जबकि अन्य मूलभूत बल electromagnetic, weak nuclear, और strong nuclear को क्वांटम सिद्धांत (quantum theory) द्वारा सफलतापूर्वक वर्णित किया गया है। वैज्ञानिक गुरुत्वाकर्षण का एक quantum theory of gravity विकसित नहीं कर पाए, जिससे ब्रह्मांड की हमारी समझ में एक बड़ा अंतर (major gap) रह गया है।
gravity के quantum behavior
शिन (Shin) और उनकी टीम ने एक सेंटीमीटर लंबे टॉर्शनल ऑसिलेटर (torsional oscillator) को लेजर (lasers) से ठंडा करके 10 मिलीकेल्विन (10 millikelvins) तक पहुँचाया। टीम ने ऑप्टिकल लीवर तकनीक का उपयोग किया, जिसमें laser beam, mirror से टकराकर गति (motion) को मापती है। हिलन (jitter) से बचने के लिए, उन्होंने दो किरणों (beams) का इस्तेमाल किया। एक ऑसिलेटर (oscillator) के लिए, दूसरी हिलन (jitter) को रद्द करने के लिए। इससे सटीकता (precision) 1000 गुना बढ़ी और सिस्टम को 10 मिलीकेल्विन (10 millikelvins) तक ठंडा किया गया।
हमारा अगला लक्ष्य क्वांटम ग्राउंड स्टेट तक पहुँचना
शिन (Shin) कहते हैं, “हमारा अगला लक्ष्य क्वांटम ग्राउंड स्टेट (quantum ground state) तक पहुँचना है।” इससे दो ऑसिलेटर (oscillators) के बीच केवल गुरुत्वाकर्षण (gravity) से संनादति (interaction) का परीक्षण हो सकता है, जो यह बता सकता है कि गुरुत्वाकर्षण (gravity) क्वांटम (quantum) है या नहीं।
विनम्र अनुरोध🙏कृपया हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। सबसे तेज अपडेट प्राप्त करने के लिए टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें।
शिक्षा, प्रतियोगी परीक्षा और नौकरियों से संबंधित से संबंधित अन्य समाचार पढ़ने के लिए कृपया स्क्रॉल करते हुए सबसे अंत में जाएं और POPULAR Category में career पर क्लिक करें। समाचार, विज्ञापन एवं प्रतिनिधित्व पूछताछ के लिए व्हाट्सएप, टेलीग्राम ईमेल के माध्यम से संपर्क करें।
कृपया गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें यहां क्लिक करें |
टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें |
व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए यहां क्लिक करें |
X-ट्विटर पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें |