यदि किसी व्यक्ति के Against कई Police Stations में अलग-अलग प्रकार के Crimes के लिए FIR दर्ज हुई है तब क्या सभी मामलों(Affairs) की सुनवाई (Hearing) किसी एक Court में हो सकती है। या फिर हर अपराध की पेशी के लिए उसे Different न्यायालयों में पेश किया जाना पड़ेगा। आइए जानते हैं:-
BHARATIYA NAGARIK Suraksha Sanhita, 2023 की धारा 241 की परिभाषा
सुभिन्न अपराधों के लिए पृथक आरोप (Separate charges for distinct offences)
• अगर किसी व्यक्ति (Person) पर different crimes का Blame लगा हुआ है तब अभियोजन (Prosecution) भी अलग-अलग चलेगा एवं प्रत्येक आरोप का विचारण भी अलग अलग (different ) किया जाएगा एवं न्यायालय भी अलग अलग हो सकते हैं।
• लेकिन यदि accused person खुद written आवेदन द्वारा ऐसा चाहता है या Magistrate की राय से लगता है कि उससे आरोपी व्यक्ति पर कोई प्रतिकूल प्रभाव (Adverse Effects) नहीं पड़ेगा वहाँ Magistrate उस व्यक्ति के वagainst विचारण के सभी आरोपों को एक साथ एक ही Court में कर सकता है।
उदहारानुसार:-
कमल, पर एक अवसर पर चोरी करने और किसी अवसर पर गंभीर चोट करने का अभियोग हैं। चोरी के लिए और गम्भीर चोट करने के लिए कमल पर अलग-अलग आरोप लगाने होंगे एवं उनका विचारण भी अलग अलग करना होगा। लेखक ✍️बी.आर. अहिरवार (पत्रकार एवं विधिक सलाहकार होशंगाबाद)। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article)
डिस्क्लेमर - यह जानकारी केवल शिक्षा और जागरूकता के लिए है। कृपया किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई से पहले बार एसोसिएशन द्वारा अधिकृत अधिवक्ता से संपर्क करें।
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