India Meteorological Department - IMD ने देश के विभिन्न हिस्सों में अगले कुछ दिनों में भारी से अत्यंत भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। यह चेतावनी विशेष रूप से गुजरात, ओडिशा, पूर्वी राजस्थान, तटीय कर्नाटक, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, और अन्य कई राज्यों के लिए है। मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की है।
1. गुजरात और ओडिशा में अत्यंत भारी वर्षा की आशंका
मौसम विभाग के अनुसार, गुजरात क्षेत्र और ओडिशा के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ-साथ कुछ स्थानों पर extremely heavy rainfall की संभावना है। गुजरात में सौराष्ट्र और कच्छ जैसे इलाकों में भी भारी वर्षा होने की उम्मीद है। ओडिशा के तटीय और आंतरिक हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है, जिससे बाढ़ और जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। स्थानीय प्रशासन को निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने और आपातकालीन सेवाओं को तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं।
2. पूर्वी राजस्थान सहित कई राज्यों में भारी से बहुत भारी वर्षा
पूर्वी राजस्थान में भी भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। पूर्वी राजस्थान में निम्नलिखित जिले शामिल हैं: अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, बारां, बाड़मेर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर, बूंदी, चित्तौड़गढ़, चूरू, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, हनुमानगढ़, जयपुर, जैसलमेर, जालोर, झालावाड़, झुंझुनू, जोधपुर, करौली, कोटा, नागौर, पाली, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सीकर, सिरोही, श्रीगंगानगर, टोंक, उदयपुर इन जिलों में तेज बारिश के कारण नदियों और नालों में जलस्तर बढ़ सकता है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाएं।
इसके अलावा, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, आंतरिक कर्नाटक, जम्मू-कश्मीर-लद्दाख-गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, केरल और माहे, मध्य महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पंजाब, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, उत्तराखंड, और पश्चिम उत्तर प्रदेश में भी अलग-अलग स्थानों पर heavy to very heavy rainfall की संभावना है। दिल्ली और हरियाणा में जलभराव और ट्रैफिक जाम की समस्या हो सकती है, जबकि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भूस्खलन का खतरा बढ़ सकता है।
3. अन्य राज्यों में भारी वर्षा का अनुमान
मौसम विभाग ने अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों, झारखंड, कोंकण और गोवा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, सौराष्ट्र और कच्छ, तेलंगाना, और विदर्भ में भारी वर्षा की चेतावनी दी है। इन क्षेत्रों में मध्यम से तेज बारिश हो सकती है, जिससे नदियों में उफान और खेतों में जलभराव की स्थिति बन सकती है। असम और मेघालय जैसे पूर्वोत्तर राज्यों में पहले से ही बारिश के कारण कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है, और यह चेतावनी स्थिति को और गंभीर कर सकती है।
4. मौसम का कारण
मौसम विभाग के अनुसार, यह भारी वर्षा दक्षिण-पश्चिम मानसून (Southwest Monsoon) की सक्रियता और बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र (low-pressure area) के कारण हो रही है। इसके अलावा, अरब सागर से नमी युक्त हवाएं भी गुजरात और पश्चिमी तट पर भारी बारिश का कारण बन रही हैं।
5. सावधानियां और सलाह
नागरिकों के लिए: निचले इलाकों में रहने वाले लोग सतर्क रहें और जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहें। तेज बारिश के दौरान यात्रा करने से बचें।
किसानों के लिए: खेतों में पानी के निकास की व्यवस्था करें और फसलों को नुकसान से बचाने के लिए उचित कदम उठाएं।
प्रशासन के लिए: आपातकालीन सेवाओं को तैयार रखें और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य शुरू करें।
यातायात: दिल्ली, चंडीगढ़, और अन्य बड़े शहरों में ट्रैफिक पुलिस को जलभराव वाले क्षेत्रों में यातायात को नियंत्रित करने के लिए तैनात किया गया है।
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे नियमित रूप से मौसम अपडेट्स (weather updates) की जांच करें और किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें। यह भारी वर्षा अगले 24-48 घंटों तक प्रभावी रह सकती है, इसलिए सावधानी बरतना अत्यंत आवश्यक है।