Bhopal की Bade Bagh ki Bawdi का पुनरुद्धार मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा शुरू किए गए Jal Ganga Samvardhan Abhiyan के तहत, भोपाल की ऐतिहासिक धरोहर Bade Bagh ki Bawdi को नया जीवन मिला है। यह सफलता केवल जल संरचना के पुनरुद्धार तक सीमित नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत के संरक्षण का भी प्रतीक है। डॉ. मोहन यादव के पर्यावरणीय दृष्टिकोण और water conservation के प्रति समर्पित नेतृत्व ने इस अभियान को जनआंदोलन का रूप दिया है।
Bade Bagh ki Bawdi: Bhopal की सबसे बड़ी Historical Bawdi का इतिहास
लगभग 200 वर्ष पहले नवाब वज़ीर मोहम्मद खान द्वारा निर्मित Bade Bagh ki Bawdi भोपाल की सबसे बड़ी बावड़ी है, जिसका क्षेत्रफल 32 एकड़ और गहराई 60 फीट है। यह बावड़ी नवाब वज़ीर मोहम्मद खान और नवाब कुदसिया बेगम के मकबरों के बीच स्थित है और Bhopal heritage का उत्कृष्ट उदाहरण है।
Bade Bagh ki Bawdi Restoration: Bhopal में Water Conservation प्रयास
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के निर्देशों पर भोपाल प्रशासन और नगर निगम द्वारा Bade Bagh ki Bawdi की सफाई, सिल्ट हटाने, खरपतवार उन्मूलन, दीवारों-सीढ़ियों की मरम्मत, रंगाई-पुताई, और सुरक्षा जाली लगाने जैसे कार्य तेजी से पूरे किए गए। लगभग 40 क्यूबिक मीटर सिल्ट हटाने और जल ग्रहण क्षमता को 2000 लीटर प्रति घंटा तक बढ़ाने के बाद, यह संरचना पुनः उपयोग में लाई जा रही है।
Bade Bagh ki Bawdi: Bhopal का Cultural Tourism और Water Heritage केंद्र
आज Bade Bagh ki Bawdi का जल निस्तार कार्यों में उपयोग हो रहा है और यह स्थल Bhopal heritage और cultural tourism का प्रमुख केंद्र बन रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की दूरदर्शिता ने इस बावड़ी को पुनर्जनन प्रदान किया है। Jal Ganga Samvardhan Abhiyan के तहत यह कार्य न केवल एक संरचना का पुनरुद्धार है, बल्कि water conservation के प्रति मध्यप्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।