मध्य प्रदेश शासन, स्कूल शिक्षा विभाग के लिए मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल भोपाल द्वारा आयोजित माध्यमिक शिक्षक वर्ग दो चयन परीक्षा में विज्ञान विषय के रिक्त पदों की संख्या को लेकर माहौल बन गया है। मंत्रालय के सूत्रों ने बताया है कि विषय मुख्यमंत्री तक पहुंच गया है। काफी संभावना है कि विज्ञान विषय के रिक्त पदों की संख्या में वृद्धि की जाएगी।
स्कूलों में 3500 शिक्षकों की जरूरत, वैकेंसी केवल 14
उल्लेखनीय है कि हाल ही में कर्मचारी चयन मंडल भोपाल द्वारा प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक चयन परीक्षा की घोषणा की गई है। इसके तहत माध्यमिक शिक्षक वर्ग 2 में रिक्त पदों की संख्या सिर्फ 14 घोषित की गई है जबकि डिपार्टमेंट में 3500 पद रिक्त हैं। चिंता की बात यह है कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा एक भी वैकेंसी ओपन नहीं की गई है। सभी 14 रिक्त पद ट्राइबल डिपार्टमेंट द्वारा घोषित किए गए हैं। स्कूल शिक्षा में विज्ञान और गणित दोनों महत्वपूर्ण विषय है। एक तरफ सरकार नए मेडिकल कॉलेज खोल रही है और दूसरी तरफ सरकारी स्कूलों में विज्ञान विषय पढ़ाने के लिए शिक्षकों की कमी है, इसके बावजूद शिक्षकों की भर्ती नहीं कर रही है।
भोपाल में प्रदर्शन की तैयारी
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा विज्ञान के शिक्षकों की भर्ती नहीं किए जाने के खिलाफ भोपाल में प्रदर्शन की तैयारी शुरू हो गई है। सिर्फ विपक्षी ही नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी के शिक्षा क्षेत्र से जुड़े हुए नेताओं को भी स्कूल शिक्षा विभाग का यह डिसीजन आपत्तिजनक लगता है। शिक्षा के मामले में एक भी शिक्षक की कमी, सैकड़ो विद्यार्थियों का भविष्य खराब करती है। ऐसी स्थिति में 3500 शिक्षकों की कमी, मध्य प्रदेश के हजारों विद्यार्थियों का कैरियर बर्बाद करने वाला कदम है।