लोगों के मोबाइल फोन और कंप्यूटर डिवाइस में बहुत महत्वपूर्ण जानकारियां होती हैं। इसलिए साइबर सिक्योरिटी बहुत जरूरी हो गई है और साइबर खतरों से लड़ना दुनिया भर की सरकारों के लिए भी बड़ा चैलेंज बन गया है। ऐसी स्थिति में Google ने ऐलान किया है कि उसका AI Gemini सरकारी सॉफ्टवेयर्स और वेबसाइट्स, बड़ी प्राइवेट कंपनियों के डाटा और आम नागरिकों को साइबर खतरों से बचाएगा।
Google Gemini सभी प्रकार के साइबर हमलों से लड़ना सीख रहा है
गूगल ने अपने एक Blog Post में बताया कि, उसके आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल, जैमिनी ने सिर्फ 34 सेकंड में उस CODE की पहचान करने में सफलता हासिल कर ली, जिसके माध्यम से सन 2017 में दुनिया भर की कई अस्पतालों, कंपनियों और संगठनों के सॉफ्टवेयर पर हमला किया गया था और उनके कंप्यूटर पर कब्जा कर लिया गया था। साइबर खतरे कई प्रकार के होते हैं और गूगल का जैमिनी सभी प्रकार के साइबर खतरों को पहचान और उनसे लड़ने के तरीके सीख रहा है।
Google Gemini और ChatGPT पर साइबर हमले की तैयारी
इधर दूसरी खबर आई है कि, साइबर अपराधी गूगल के जैमिनी और ChatGPT पर हमले की तैयारी कर रहा है। साइबर माफिया कुछ इस तरह के कोड बनाने की कोशिश कर रहा है जिससे गूगल हो या कोई भी दूसरा ही कंपनी, सबके आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दिमाग खराब किया जा सके। यदि उसके समझने की क्षमता गड़बड़ हो जाएगी तो वह प्रश्नों के गलत उत्तर देने लगेगा।
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