मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के सबसे लोकप्रिय नेता श्री शिवराज सिंह चौहान का स्टेट लेवल पॉलिटिक्स से पत्ता कट हो गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भरे मंच से ऐलान करते हुए कहा कि, मैं शिवराज सिंह को दिल्ली ले जाना चाहता हूं।
हम दोनों पहले भी साथ काम करते थे - पीएम मोदी ने कहा
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश के हरदा में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। पीएम मोदी ने पूर्व सीएम शिवराज सिंह को लेकर कहा कि संगठन में, मैं और शिवराज साथ काम करते थे। वो मुख्यमंत्री थे, तब मैं भी सीएम था। वो संसद पहुंचे, तब मैंने महामंत्री के नाते साथ काम किया। मैं एक बार फिर से उन्हें लेकर जाना चाहता हूं। उईके जी संसद में मेरे बहुत अच्छे साथी हैं। हमारे काम करते हैं। आप इन्हें वोट देंगे तो मोदी को शक्ति मिलेगी।
2023 में शिवराज सिंह ने कहा था - मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे के बाद सन 2023 में तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने खुलेआम ऐलान करते हुए कहा था कि मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा। इससे पहले भी उन्होंने कई बार कहा था कि वह मध्य प्रदेश की राजनीति करेंगे, केंद्र की राजनीति नहीं करेंगे। बाद में एक इंटरव्यू में उन्होंने "मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा" स्टेटमेंट को जस्टिफाई करते हुए कहा था कि, मेरा तात्पर्य था कि मैं काम मांगने के लिए दिल्ली नहीं जाऊंगा। हालांकि बाद में श्री शिवराज सिंह चौहान काम मांगने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा से मिलने गए थे।
2014 में शिवराज सिंह और मोदी के बीच में प्रतिस्पर्धा थी
यहां उल्लेख करना अनिवार्य है कि सन 2014 में भारतीय जनता पार्टी में पीएम कैंडिडेट को लेकर मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के बीच में प्रतिस्पर्धा थी। भारतीय जनता पार्टी के एक बड़े वर्ग का मानना था कि, श्री शिवराज सिंह चौहान भारतीय राजनीति में स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेई की परंपरा के नेता है। यदि वह भाजपा का नेतृत्व करेंगे तो NDA गठबंधन मजबूत होगा। जबकि श्री नरेंद्र मोदी के नाम पर सब की सहमति नहीं बनेगी।