IPC 290 - जिस लोक न्यूसेंस का जिक्र आईपीसी में नहीं है, उसके लिए दंडविधान जानिए, legal advice

Legal general knowledge and law study notes

भारतीय दण्ड संहिता की धारा 268 से 291 तक लोक न्यूसेंस के अपराध के बारे मे बताया गया है, अर्थात जब किसी कार्य द्वारा मानव जीवन मे संकट उत्पन्न होने वाला है तब वह कार्य लोक न्यूसेंस का अपराध होगा। संहिता में हमने आपने लेखों में संबंधित लोक न्यूसेंस के अपराध के बारे मे जानकारी दे दी है लेकिन अगर कोई लोक न्यूसेंस का अपराध ऐसा है जिसका जिक्र संहिता में नहीं किया गया है तब उसके खिलाफ किस कानून के अंतर्गत मामला दर्ज होगा जानिए।

भारतीय दण्ड संहिता, 1860 की धारा 290 की परिभाषा

इस संहिता के अधीन लोक न्यूसेंस का वह अपराध जिसका जिक्र दण्ड संहिता में नहीं है, अगर कोई व्यक्ति उनके अन्यथा कोई लोक न्यूसेंस का अपराध करता है। तब ऐसे अपराध को आईपीसी की धारा 290 के तहत दर्ज किया जाएगा।

Indian Penal Code, 1860 section 289 Punishment 

इस धारा के अपराध असंज्ञेय एवं जमानतीय होते हैं। इनकी सुनवाई किसी भी न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा की जा सकती है। इस धारा के अपराध के लिए अधिकतम दो सौ रुपये जुर्माना  से दण्डित किया जा सकता है। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article) :- लेखक ✍️बी.आर. अहिरवार (पत्रकार एवं विधिक सलाहकार होशंगाबाद) 9827737665 

इसी प्रकार की कानूनी जानकारियां पढ़िए, यदि आपके पास भी हैं कोई मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com

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