भोपाल। मध्यप्रदेश के डिंडोरी में थाना कोतवाली के TI के बाद पुलिस अधीक्षक को भी बदल दिया गया। संजय सिंह आईपीएस की कार्यवाही से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नाराज हैं। उन्होंने संजय सिंह को डिंडोरी एसपी के पद से हटाने के निर्देश दिए थे। होली की छुट्टी के दिन गृह विभाग मंत्रालय से संजय सिंह के ट्रांसफर आर्डर जारी हो गए।
संजय सिंह आईपीएस 2011 का ट्रांसफर
मध्य प्रदेश शासन के गृह विभाग मंत्रालय द्वारा दिनांक 8 मार्च 2023 को जारी किए गए आदेश में श्री संजय सिंह भारतीय पुलिस सेवा 2011 बैच को पुलिस अधीक्षक जिला डिंडोरी के पद से हटाकर सहायक पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस मुख्यालय भोपाल पदस्थ किया गया है। इससे पहले थाना कोतवाली के इंचार्ज इंस्पेक्टर विजय पाटले को सस्पेंड कर दिया गया था।
घटना का विवरण एवं ट्रांसफर का कारण
शिकायत प्राप्त होने के बाद मध्य प्रदेश राज्यपाल आयोग द्वारा डिंडोरी जिले के जुनवानी गाँव में स्थित मिशनरी स्कूल आश्रम का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि नाबालिग आदिवासी छात्राओं को सजा के नाम पर प्रताड़ित किया जाता है। उनके विशेष अंगों पर चोट पहुंचाई जाती है। बाल आयोग की अनुशंसा के आधार पर मिशनरी स्कूल के पादरी, प्राचार्य, एक शिक्षक और वहां की वार्डन के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया। पूछताछ के लिए सभी को बुलाया गया। इसके बाद पुलिस की ओर से पुलिस को बताया गया कि प्राचार्य नान सिंह यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि पादरी, शिक्षक और वार्डन चकमा देकर फरार हो गए।
टीआई विजय पाटले ने प्राचार्य नान सिंह यादव को भी छोड़ दिया। दलील दी कि सामान्य मामला है और कोई गंभीर अपराध नहीं हुआ है। आईपीसी की धारा 34, 354, 323, पोक्सो की धारा 7.8 और किशोर न्याय अधिनियम को उन्होंने सामान्य अपराध बताया। एसपी संजय कुमार सिंह ने मामला दर्ज होने के बाद कहा था कि 8 लड़कियों ने शिकायत की है। मामला गंभीर है और प्राचार्य को गिरफ्तार कर लिया है परंतु बाद में कहा कि टीआई कोतवाली ने कानून के अंतर्गत कार्रवाई की है। प्राचार्य को रिहा करते उन्होंने कोई गलती नहीं की।
इसी बात को लेकर टीआई और एसपी का विरोध शुरू हो गया था। मामला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक पहुंच गया था। स्थिति को संभालने के लिए एसपी संजय सिंह ने टीआई कोतवाली विजय पाटले को सस्पेंड किया परंतु सीएम शिवराज सिंह चौहान इससे संतुष्ट नहीं थे। होली की छुट्टी वाले दिन संजय सिंह आईपीएस के ट्रांसफर आर्डर जारी कर दिए गए।
प्रार्थना के दौरान भी आपत्तिजनक हरकत होती थी
बताया गया कि पीड़ित छात्राएं स्कूल परिसर में ही स्थित छात्रावास में रहती थीं। स्कूल में 600 से अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। छात्राओं का आरोप है कि पादरी सहित अन्य उनका यौन शोषण करने के साथ मारपीट भी करते हैं। प्रार्थना के दौरान पादरी सहित अन्य भी छात्राओं के साथ अश्लील हरकतें करते थे। मामले का खुलासा होते ही शुक्रवार की शाम ही आठ नाबालिग छात्राओं को जिला मुख्यालय के वन स्टाप सेंटर लाकर रखा गया। शनिवार को सुबह से ही महिला थाना में बयान दर्ज करवाए गए।
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