भोपाल। मध्य प्रदेश ट्रैफिक पुलिस और ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की लापरवाही के कारण सीधी जिले में हुए बस एक्सीडेंट में कोल जनजाति के 10 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो गई। मरने वालों में एक ट्राइबल डिपार्टमेंट छात्रावास प्रभारी भी शामिल है। 10 शिक्षक गंभीर रूप से घायल हैं। एक पुलिस कर्मचारी की हालत बहुत खराब है। अब तक तीन गंभीर लोगों को एयर एंबुलेंस से दिल्ली रेफर किया जा चुका है। समाचार लिखे जाने तक कुल 15 लोगों की मृत्यु होना बताया गया है। इनमें से 5 की पहचान नहीं हो पाई है। इस एक्सीडेंट में 60 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
सीधी एक्सीडेंट का कारण- कार्यक्रम से वापसी का कोई ट्रैफिक प्लान नहीं था
सीधी जिले के कोल जनजाति के लोगों को सतना में आयोजित सरकारी कार्यक्रम में ले जाया गया था। सभी को लाने ले जाने की जिम्मेदारी परिवहन विभाग को सौंपी गई थी और यातायात का प्रबंधन ट्रैफिक पुलिस को करना था। कार्यक्रम में लोगों के पहुंचने तक की चिंता तो की गई परंतु कार्यक्रम से वापसी का कोई ट्रैफिक प्लान नहीं था। जिसको जो समझ में आया वह वैसे चला गया। बैक टू बैक तीन बसों में सीधी जिले के कोल जनजाति के लोगों को भरकर ले जाया जा रहा था। तभी एक ट्रक का टायर फट गया और उसने दो बसों में टक्कर मार दी।
मृतकों के परिजन को 10-10 लाख रुपए
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजन को 10-10 लाख रुपए, गंभीर घायलों को 2-2 लाख रुपए और साधारण घायलों को 1-1 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया। मुख्यमंत्री शिवराज रात में ही घटनास्थल पहुंचे। उन्होंने हालात का जायजा लिया। उनके साथ प्रदेश भाजपाध्यक्ष वीडी शर्मा भी मौजूद रहे। इससे पहले सीधी कलेक्टर और SP ने भी घटनास्थल का जायजा लिया। सीधी सांसद रीति पाठक भी मौके पर पहुंचीं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता कमलनाथ, अजय सिंह ने भी हादसे पर दुख जताया।
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