legal advice- समन एवं शमन शब्दों में क्या अंतर है, जानिए कानूनी भाषा

समन और शमन ये दो शब्द ऐसे होते हैं, जिन का उच्चारण ज्यादातर लोग बिल्कुल एक ही प्रकार से करते हैं। जैसे अंग्रेजी शब्दों में होता है Write ओर Right दोनों ही शब्दों का उच्चारण ज्यादातर लोगों द्वारा एक जैसे किया जाता है लेकिन अर्थों की बात करें तो पहले राइट का अर्थ लिखना एवं दूसरे राइट का अर्थ 'सही' होता है। लेकिन हम बात कर रहे है दो कानूनी शब्दों की जिनको समझना भी अवश्यक हैं जानिए।

1. समन क्या है:- 

ऐसा आमंत्रण पत्र जो न्यायालय द्वारा पक्षकार की गवाही या उपस्थित के लिए भेजा जाता है। उस सूचना पत्र को समन कहा जाता है। दण्ड प्रक्रिया संहिता,1973 की धारा 2 उपधारा (ब) के समन मामला को परिभाषित किया गया है। इसका उच्चारण जिव्हा से किया जाता है।

2. शमन क्या है:- 

ऐसे अपराध जो निजी व्यक्ति के विरुद्ध किये जाते हैं या वह छोटे अपराध होते हैं जिनके कारण व्यक्ति को निजी नुकसान हुआ हो तब फरियादी एवं आरोपी न्यायालय के बाहर आपसी सहमति से या न्यायालय की आज्ञा से समझौता कर लेते हैं उसे शमन कहा जाता है। दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 320 में शमन अपराध को परिभाषित किया गया है। इसका उच्चारण कैसे किया जाता है। 

कुल मिलाकर समन करते कोर्ट द्वारा तलब करना और शमन का अर्थ है कोर्ट के बाहर समझौता कर लेना। दोनों में काफी बड़ा अंतर है इसलिए लिखते और बोलते समय काफी ध्यान रखना आवश्यक है। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article) :- लेखक ✍️बी.आर. अहिरवार (पत्रकार एवं विधिक सलाहकार होशंगाबाद) 9827737665

इसी प्रकार की कानूनी जानकारियां पढ़िए, यदि आपके पास भी हैं कोई मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com

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