भोपाल। मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में एक महिला शिक्षक ने श्री राम भक्त हनुमान को अपना उत्तराधिकारी घोषित करते हुए सारी प्रॉपर्टी उनके नाम कर दी। अपनी वसीयत में उन्होंने स्पष्ट लिखा कि उनका अंतिम संस्कार उनकी बायोलॉजिकल फैमिली के लोग नहीं करेंगे बल्कि हनुमान जी करेंगे। उनकी कुल संपत्ति का मूल्य वर्तमान में 10000000 रुपए से अधिक माना जा रहा है।
हनुमान जी करेंगे महिला शिक्षक का अंतिम संस्कार
महिला टीचर ने वसीयत की प्रतिलिपि बुधवार को मंदिर ट्रस्ट को सौंप दी। कहा कि जब तक वह जिंदा हैं, अपने मकान में ही रहेंगी, लेकिन उनकी मृत्यु के बाद यह मकान मंदिर ट्रस्ट का हो जाएगा। इतना ही नहीं उन्होंने अपनी वसीयत में स्पष्ट किया कि उनका अंतिम संस्कार उनका बायोलॉजिकल बेटा नहीं बल्कि मंदिर ट्रस्ट करेगा।
हनुमान जी ही क्यों, भगवान राम क्यों नहीं
इस प्रसंग में, उपरोक्त प्रश्न काफी महत्वपूर्ण है। भारत के धर्म शास्त्रों में उल्लेख है कि हनुमान जी, अपने प्रभु श्री राम की भक्ति करते हैं और सीता जी को माता मानते हैं। इसी कारण वह भारतवर्ष की सभी स्त्रियों को सीता जी के समान माता का सम्मान देते हैं। यही कारण है कि हनुमान मंदिर में महिलाओं का माथा टेकना मना होता है।