भोपाल। भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी श्री कैलाश मकवाना का लोकायुक्त से ट्रांसफर चर्चा का विषय तो था ही, उनकी बेटी श्रुति की प्रतिक्रिया के बाद यह मामला तूल पकड़ गया है।
सबका अनुमान था कैलाश का कार्यकाल पूरा नहीं हो पाएगा
6 महीने पहले जब श्री कैलाश मकवाना की विशेष पुलिस स्थापना लोकायुक्त संगठन में महानिदेशक के पद पर नियुक्ति हुई थी, तभी सबने यह अनुमान लगा लिया था कि इस पद पर कैलाश अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएंगे। श्री मकवाना के काम करने का तरीका कुछ ऐसा है जो पीड़ितों और शिकायतकर्ताओं तो पसंद आता है परंतु हाई प्रोफाइल पावरफुल लोगों को बिल्कुल पसंद नहीं आता। चुनावी साल में लोकायुक्त में उनकी नियुक्ति अपने आप में चौंकाने वाला समाचार थी।
बेटी श्रुति की प्रतिक्रिया सुर्खियों में क्यों आ गई
श्री कैलाश मकवाना 1988 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी हैं। उन्होंने अपनी बात कुछ इस तरह से कही थी कि मर्यादा भी नहीं टूटी और इसकी गूंज दूर तक चली गई थी। उन्होंने गृह विभाग मंत्रालय से जारी आईपीएस अधिकारियों की ट्रांसफर लिस्ट शेयर करते हुए सिर्फ इतना लिखा था, Today completed six months in SPE Lokayukta as DG....transferred. यह शब्द अपने आप में पर्याप्त थे। वह सब कुछ बयान करने के लिए जो लिखा नहीं गया था।
उनकी बेटी श्रुति मकवाना ने उन्हीं की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि, उसूलों पे जहाँ आँच आये टकराना ज़रूरी है, जो ज़िन्दा हों तो फिर ज़िन्दा नज़र आना ज़रूरी है। Proud of you, Papa! ❤️।
उसूलों पे जहाँ आँच आये टकराना ज़रूरी है,
— Shrutti Makwana (@shruti_makwana) December 2, 2022
जो ज़िन्दा हों तो फिर ज़िन्दा नज़र आना ज़रूरी है।
Proud of you, Papa! ❤️ https://t.co/ly7kHu6yXP