इंदौर। मध्य प्रदेश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में से एक देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के मैनेजमेंट से इस तरह की बाबू गिरी की उम्मीद कतई नहीं थी। यूनिवर्सिटी के पास प्रश्न पत्र छापने के लिए कागज नहीं है। मैनेजमेंट ने कागज नहीं खरीदा बल्कि 4 परीक्षाओं की तारीख आगे बढ़ा दी। जो परीक्षाएं दिसंबर में शुरू होनी चाहिए थी वह शायद जनवरी में शुरू हो पाएंगी।
DAVV के गैर जिम्मेदार मैनेजमेंट ने NEW TIME TABLE जारी कर दिया
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के पास अपनी प्रिंटिंग प्रेस है। कितना अच्छा सिस्टम है कि अपनी मशीन होने के बावजूद प्रश्न पत्र, परीक्षा दिनांक से 10 दिन पहले छाप दिए जाते हैं, लेकिन बीबीए और बीसीए पांचवें सेमेस्टर के प्रश्न पत्र नहीं छापे जाए। अब यह परीक्षा 4 जनवरी से शुरू होकर 17 को खत्म होगी। यही नहीं, बीबीए और बीसीए थर्ड सेमेस्टर की एटीकेटी परीक्षा भी आगे बढ़ाई गई। ये परीक्षाएं 28 दिसंबर से आरंभ होकर 10 जनवरी को खत्म होना थी, लेकिन अब 3 जनवरी से शुरू होगी और 16 को खत्म होगी। इन परीक्षाओं में 9 हजार से ज्यादा छात्र शामिल होंगे।
गड़बड़ी क्या है- समझने की कोशिश करते हैं
हाल ही कार्यपरिषद की बैठक में यह बात सामने आई थी कि यूनिवर्सिटी के पास कॉपियां भी खत्म हो गईं। रेडीमेड कॉपी खरीदने पर सहमति बनी थी। बैठक में इस बात पर हंगामा भी मचा था कि परीक्षाओं के बीच यूनिवर्सिटी में कागज खत्म होने से कॉपियां नहीं बन पा रही हैं। तब सवाल भी उठा था कि कहीं परीक्षा निरस्त न करना पड़ जाए। अब वही हो रहा। परीक्षा आगे बढ़ाना पड़ी।
हालांकि कार्यपरिषद की मंजूरी के बाद तय हुआ था कि दो करोड़ रुपए में कॉपियां खरीदी जाएंगी। अब इसकी प्रक्रिया भी शुरू होने वाली है। वहीं 50 लाख के खर्च से कागज खरीदने का टेंडर जारी किया जा रहा। यूनिवर्सिटी के मुताबिक पेपर जल्द छपना शुरू हो जाएंगे। इसीलिए एक सप्ताह के लिए ही परीक्षाएं आगे बढ़ाई गईं। परीक्षा नियंत्रक प्रो. एसएस ठाकुर के अनुसार नया शेड्यूल जारी कर दिया है।