महिला, अतिथि शिक्षक बने रहने 1 साल तक दुष्कर्म सहती रही, होटलों में बुलाता था- GWALIOR NEWS

ग्वालियर
। मध्यप्रदेश में अस्थाई सरकारी नौकरी के लिए भी लोगों को क्या-क्या नहीं करना पड़ रहा है। एक विवाहित महिला 1 साल तक शारीरिक शोषण सहन करती रही क्योंकि आरोपी ने उसे एक सरकारी स्कूल में अतिथि शिक्षक के पद पर नियुक्ति दिलवाई थी। जब महिला की परमानेंट सरकारी नौकरी लग गई और शोषण का सिलसिला खत्म नहीं हुआ तब कहीं जाकर महिला ने FIR दर्ज करवाई। 

सामाजिक संगठन के कार्यक्रम में दोस्ती हो गई थी

श्योपुर निवासी 34 वर्षीय महिला ने शिकायत की है कि वह न्यायालय कर्मचारी है और एक साल पहले उसकी मुलाकात मनोज पाल शाक्य से हुई थी, क्योंकि जॉब लगने से पहले वह मानव सम्मान ग्रुप में सामाजिक कार्यकर्ता थी और मनोज पाल से उसकी दोस्ती हो गई। इसके बाद वह बातचीत करने लगा। 

आरोपी ने महिला को अतिथि शिक्षक बनवाया था

महिला कर्मचारी ने बताया कि उस समय वह बेरोजगार थी। उसने मनोज पाल से मदद मांगी। मनोज पाल ने ग्वालियर में घुसे अतिथि शिक्षक बनवा दिया। पीड़ित महिला ने बताया कि नौकरी करने के लिए उसने खुरैरी में किराए का कमरा ले लिया। यहीं पर मनोज पाल भी आने लगा।

चाऊमीन खिलाकर फिजिकल रिलेशन के साथ वीडियो भी बनाया

सितम्बर 21 में उसके पति बाहर गए थे और घर पर वह तथा उसके बच्चे थे। उन्हें अकेला देखकर मनोज पाल चाऊमीन लेकर आया और उन्हें खाते ही वह तथा उसके बच्चे अचेत हो गए और अचेत अवस्था में उसने उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देकर फोटो-वीडियो बना लिए। सुबह जब उसकी आंख खुली तो वह वस्त्रहीन हालत में थी, इस पर उसने विरोध किया तो आरोपी ने वीडियो व फोटो वायरल करने की धमकी दी। बदनामी के डर से वह शांत रही।

कोर्ट में नौकरी लग जाने के बाद भी ब्लैकमेल करता रहा

इसके बाद फोटो व वीडियो वायरल करने की धमकी देकर आरोपी उसे शहर के अलग-अलग होटल में बुलाने लगा और उसका शोषण करने लगा। इसी बीच पीडि़ता की न्यायालय में नौकरी लग गई और पीडि़ता यहां से चली गई, लेकिन इसके बाद भी आरोपी उसे ब्लैकमेल कर बुलाने लगा तो पीडि़ता थाने पहुंची और मामले की शिकायत की। पुलिस ने पीडि़ता की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है।

आरोपी को पकड़ने पुलिस टीम की रवाना

मुरार थाना प्रभारी शैलेन्द्र भार्गव ने मामला दर्ज किए जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि आरोपी मुरैना का रहने वाला है। उसे गिरफ्तार करने के लिए टीम रवाना हो गई है। प्राइमरी इन्वेस्टिगेशन में घटना सही पाई गई है। महिला कर्मचारी पर दबाव बनाया जा रहा था।

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