भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भारतीय सेना के लिए अग्निवीर भर्ती रैली के दौरान मौजूद सेना के अधिकारियों ने एक युवक को पकड़ा और पुलिस के हवाले कर दिया। इस युवक के पाकिस्तानी कनेक्शन का दावा किया गया था। भोपाल पुलिस ने मामले की जांच करने के बाद स्पष्ट किया कि युवक का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। ना ही पाकिस्तान से कोई कनेक्शन है। बल्कि वह तो अग्निवीर के रूप में सेना में शामिल होकर भारत की सेवा करना चाहता है।
अग्निवीर भर्ती के दौरान सेना के अधिकारियों ने एक युवक को पकड़कर जहांगीराबाद पुलिस के हवाले किया। दावा किया कि यह युवक अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया का वीडियो बना रहा। उम्मीदवारों से अग्निवीर भर्ती में सिलेक्शन के लिए 25-25 हजार रुपए की मांग कर रहा था। यह भी बताया कि युवक के ड्रग तस्कर से जुड़े हो सकते हैं। यह युवक उम्मीदवारों को नशीली दवाएं उपलब्ध करा रहा था। इस सबसे गंभीर यह आरोप भी लगाया गया कि इस युवक के पाकिस्तान से कनेक्शन हो सकते हैं। सेना के अधिकारियों का कहना था कि प्रारंभिक पूछताछ में होने उपरोक्त सभी बातों का शक हुआ है।
टीआई वीरेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि युवक का नाम मनीष मेवाड़ा है। वह बैरागढ़ का रहने वाला है। उसका कोई क्रिमिनल बैकग्राउंड नहीं है। मनीष का चचेरा भाई 29 अक्टूबर को मोती लाल नेहरू ग्राउंड में चल रही भर्ती रैली में शामिल होने आया था। उसकी दौड़ देखने के लिए मनीष भी साथ आ गया। वह दौड़ देख रहा था, तभी शक होने पर उसे पकड़ लिया। टीआई वीरेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि हर स्तर पर पुलिस जांच कर चुकी है। उस पर अपराध नहीं बनता। वह खुद अग्निवीर का अभ्यर्थी है। सेना रैली का नेतृत्व कर रहे कर्नल एस बकुंडी ने इस मामले में पत्रकारों की किसी सवाल का जवाब नहीं दिया।