मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार के प्रवक्ता डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने विधानसभा सत्र प्रारंभ होने के 1 दिन पहले कांग्रेस पार्टी के विधायकों से अपील की है कि वह सदन में चर्चा करें, हंगामा ना करें।
यहां उल्लेख अनिवार्य है कि पहले शिवराज सिंह सरकार पर आरोप लगते थे कि वो सवालों का जवाब देने से बचने के लिए हंगामा करते हैं और सदन को स्थगित करवा देते हैं। मध्य प्रदेश कांग्रेस में जब से कमलनाथ काल शुरू हुआ है, स्थिति बदल गई है। सरकार, विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर आरोप लगाती है कि वह सदन में चर्चा नहीं करते। हंगामा और सदन से वाकआउट करते हैं।
आज शिवराज सिंह चौहान संसदीय कार्य मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा सरकार द्वारा आधिकारिक रूप से बयान जारी करते हुए कहा गया है कि, कल से मध्यप्रदेश विधानसभा का द्वितीय अनुपूरक बजट सत्र प्रारंभ हो रहा है। कांग्रेस की तो राजनीति केवल भ्रम पैदा करके चल रही है और अनुपूरक बजट पर या किसी अन्य विषय पर सारगर्भित चर्चा करें और हंगामा ना करे।
पिछली बार जब कमलनाथ, नेता प्रतिपक्ष के पद पर थे तब उन्होंने भी एक बयान दिया था कि वह विधानसभा में पूरे समय उपस्थित नहीं रहते क्योंकि उनका मानना है कि विधानसभा में काम की बात नहीं होती बल्कि भाजपा का झूठ चलता है। नवनियुक्त नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह के लिए यह एकमात्र अवसर है जब वह अपना अनुभव और लीडरशिप प्रदर्शित कर सकते हैं। देखते हैं कल से सदन में क्या होता है।