श्योपुर। पार्वती नदी में भयंकर बाढ़ आ गई है। खातौली पुल पर 29 फीट ऊपर पानी बह रहा है। कुहांजापुर के सूरथाग पुल पर भी 12 फीट के ऊपर होने से श्योपुर का कोटा और बारां से सड़क संपर्क पूरी तरह टूट गया। उधर कोटा-बैराज से चंबल में पानी छोड़ने का सिलसिला जारी है बैराज के सभी 13 गेट खोल कर कर 3 लाख 85 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज कर दिया है। जिसके कारण चंबल नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। खतरे के निशान से केवल 8 मीटर नीचे रह गई है।
पार्वती का जलस्तर बढ़ने से सूंडी गांव टापू बन गया है, जजिससे गांव को खाली करवा दिया है। प्रशासन से लगतार सावधानी बरत रहा है। रविवार रात से पार्वती नदी का जलस्तर तेजी से बढना शुरू हो गया है। सुबह होते-होते पार्वती नदी का जल स्तर खतरे के निशान 198 मीटर को पार कर गया, शाम पांच बजे बढकर 202.10 मीटर हो गया है। इस सीजन में पहली बार पार्वती का जल स्तर 200 मीटर से ज्यादा हुआ है। इस दौरान खातौली पुल पर 29 फीट से ज्यादा होने से श्योपुर-कोटा मार्ग बंद हो गया है। वहीं कुहांजापुर पुल पर 10 से 12 फीट पानी होने से श्योपुर का बारां से भी सड़क संपर्क टूट गया। सोमवार को भी सुबह में रूकरूक बारिश होती रही।
पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ने से सूंडी गांव को भी खाली करा लिया गया है। टापू बने सूंडी गांव में विधायक बाबू जंडेल सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने वोट के जरिए पहुंचकर ग्रामीणों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। गांव में रहने वाले तीन सैकड़ा परिवारों से आधे ज्यादा लोग गांव खाली कर निकल आए हैं। जिनके रहने के लिए प्रशासन ने अडवाड़ गांव में रहने की व्यवस्था की गई है। 30 लोगों को प्रशासन से मोटर वोट से रेस्क्यूर कर निकाला। प्रशासन द्वारा इनके खाने-पीने की व्यवस्था की जा रही है। शेष रहे परिवारों को निकालने के लिए प्रशासन द्वारा प्रयास किए गए लेकिन परिवार घर छोड़कर निकलने को राजी नहीं हुए। उधर चंबल किनारे बस गांवों में भी प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है।
श्योपुर- पाली हाइवे बंद, कंकरेडी नाला उफान पर
रातभर चली झमाझम बारिश से सोंईकलां के पास कंकरेडी नाले में उफान आ गया है। जिस कारण श्योपुर-सवाईमाधोपुर हाइवे टूट गया और सुबह के समय करीब दो घंटे तक वाहनों की आवाजाही बंद रही। जल स्तर कम होने के कारण वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई। नाले पर तीन फीट से अधिक बहने के बाद भी लोग जान जोखिम में डालकर निकलते नजर आए।