भोपाल। मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा, प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा का रिजल्ट घोषित हो चुका है। करीब 1000000 उम्मीदवारों ने परीक्षा दी थी और 30% यानी 300000 उम्मीदवार पास हो गए हैं। सरकार ने 11,000 रिक्त पदों की घोषणा की है। इस हिसाब से पात्रता परीक्षा पास करने वाले 10% उम्मीदवारों को भी नौकरी नहीं मिलेगी।
परीक्षा पास उम्मीदवारों की संख्या सरकार के लिए समस्या
मध्यप्रदेश में शिक्षक पात्रता परीक्षा पास उम्मीदवारों की संख्या सरकार के लिए समस्या बन गई है। 11,000 रिक्त पदों में अनुकंपा नियुक्ति वाले भी हैं और दूसरे सभी प्रकार के आरक्षण एवं अन्य शामिल हैं। इस हिसाब से एक योग्य उम्मीदवार जिसके पास सिर्फ योग्यता है, नियुक्ति नहीं प्राप्त कर पाएगा। ऐसे उम्मीदवारों की संख्या एक लाख से अधिक होगी। स्वाभाविक है इनकी नाराजगी चुनावी साल में सरकार के लिए समस्या बन जाएगी।
रिक्त पदों की संख्या डेढ़ लाख तो भर्ती 11000 पर क्यों
सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब मध्यप्रदेश में रिक्त पदों की संख्या डेढ़ लाख है तो फिर भर्ती मात्र 11000 पदों पर क्यों की जा रही है। उच्च माध्यमिक एवं माध्यमिक शिक्षक भर्ती के मामले में डीपीआई कमिश्नर ने कहा था कि आधे रिक्त पद प्रमोशन से भर जाएंगे लेकिन यह फार्मूला प्राथमिक शिक्षक पर लागू नहीं होता। सभी पद भरे जाने चाहिए। सरकार ने आंगनबाड़ियों में प्ले स्कूल शुरू कर दिए हैं। वहां पर भी शिक्षकों की नियुक्ति की जानी चाहिए और फिर स्पेशल चाइल्ड के लिए भी तो शिक्षकों की भर्ती करनी है। उल्लेखनीय है कि जब तक यह भर्ती प्रक्रिया पूरी होगी मध्यप्रदेश में 5000 शिक्षक रिटायर हो जाएंगे। उनके भी पद रिक्त हो जाएंगे।