भोपाल। हर साल की तरह इस साल भी नगर निगम के घटिया मैनेजमेंट के कारण भोपाल के निचले इलाकों में मात्र 1 घंटे की बारिश में बाढ़ जैसे हालात बन गए। शहर की निचली पट्टी के कई इलाके पानी में डूब गए, क्योंकि एक तो ड्रेनेज सिस्टम नहीं है दूसरा लोगों ने मनमानी बाउंड्री वॉल बना रखी है।
शनिवार रविवार की दरमियानी रात राजधानी भोपाल में इस सीजन की सबसे ज्यादा और सबसे तेज बारिश हुई। मात्र 1 घंटे में सवा 5 पानी गिरा। अनेक स्थानों पर बिजली गिरती हुई दिखाई दी लेकिन शुक्र है कि ज्यादातर इलाके जंगल या मैदान थे। गांधीनगर क्षेत्र में एक पूरा घर पानी में डूब गया। परिवार छत पर फंसा हुआ था। फायर बिग्रेड से पूरे परिवार को रेस्क्यू किया गया।
शाहजहांनाबाद से लेकर करोंद, अशोका गार्डन, ऐशबाग, जहांगीराबाद, गांधी नगर समेत अधिकांश निचले इलाकों में बारिश का पानी घरों में घुस गया। लोगों की रात दहशत और मुसीबत भरी रही। रात करीब 1 बजे गरज-चमक के साथ बारिश शुरू हुई। थोड़ी देर में भारी बारिश होने लगी। सड़कें लबालब हो गईं। जगह-जगह जलभराव हो गया। बिना परमिशन के बनाई गई कबर्ड कॉलोनियों के कारण दूसरे इलाकों के घरों में पानी भर रहा है।
आजाद नगर में घरों में पानी घुसने से रहवासी पूरी रात परेशान होते रहे। बस स्टैंड से मॉल तरफ जाने वाली बंद रोड पर डेढ़-डेढ़ फीट पानी भरने से उससे लगे घरों में पानी घुस गया। इंद्रा नगर, बाग मुफ्ती साहब, टीलाजमालपुरा और वसुंधरा काॅलोनी में बाढ़ जैसे हालात रहे। बैरागढ़ कला की आहूजा काॅलोनी और वार्ड 71 सुंदर नगर अशोका गार्डन में भी पारी भर गया।
#भोपाल - #तूफ़ानी बारिश बीते एक घंटे से जारी … बादल लगातार गरज रहे हैं और बिजली का क़हर भी जारी है। आसमान में अजीब सा कोलाहल
— Sandeep Singh संदीप सिंह (@Sandeep_1Singh_) July 9, 2022
बड़ा भयानक मंज़र है!@ani pic.twitter.com/3HAyADDsBq