मुंबई, 3 दिसंबर 2025: IPO LISTING GAIN वालों के लिए तो जैसे आज ही न्यू ईयर सेलिब्रेशन शुरू हो गया है। बड़े दिनों के बाद स्टॉक एक्सचेंज के ग्रे मार्केट में ऐसी बहार आई है। आज एक साथ चार कंपनियों की आईपीओ ओपन हुए और सबका GRAY MARKET PREMIUM न केवल पॉजिटिव चल रहा है बल्कि (11 से 44% तक) काफी अच्छी स्थिति में चल रहा है। यानी कम से कम आज की स्थिति में एक सप्ताह में 11 से 40% तक प्रॉफिट कमाने का एक चांस तो बना है।
Meesho IPO GMP में 4% की गिरावट
अमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसे ऑनलाइन शॉपिंग मॉल के सामने अपना चांदनी चौक शुरू करने वाली कंपनी मीशो ने स्टॉक एक्सचेंज में धूम मचा दी है। 28 नवंबर को कंपनी ने अपना आईपीओ प्राइस 111 रुपए ओपन किया। यानी ₹10 वाले शेयर के लिए 1110 रुपए का भुगतान कर रहा होगा लेकिन ग्रे मार्केट में तो कंपनी के दीवानों की फौज खड़ी थी। मीशो का सार्वजनिक प्रस्ताव ओपन होते ही 32% प्रीमियम पर सौदेबाजी शुरू हो गई। 29 नवंबर को 36 प्रतिशत, 30 नवंबर को 38%, 1 दिसंबर को लगभग 42% और 2 दिसंबर को 44% प्रीमियम पर सौदेबाजी हुई है। 3 दिसंबर को आईपीओ ओपन हुआ तो ग्रे मार्केट प्रीमियम में 4% का करेक्शन हुआ, 44 से 40 पर आ गया। 10 दिसंबर को कंपनी की स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग होने वाली है। लिस्टिंग वाले दिन तक बढ़ेगा या घटेगा, यह तो ग्रे मार्केट वाले ही जाने लेकिन आईपीओ की क्लोजिंग 5 दिसंबर को है और तब तक इंतजार करना चाहिए।
Aequs IPO GMP 32 से 37% हुआ था अब 36 रह गया
एक्वस लिमिटेड कंपनी पिछले 25 सालों से पृथ्वी नहीं अंतरिक्ष में (Aerospace Segment) कारोबार करती है। पिछले तीन सालों से लगातार घाटे में चल रही है लेकिन फिर भी स्टॉक एक्सचेंज के ग्रे मार्केट में इस कंपनी के शेयर्स के लिए मारामारी मची हुई है। कंपनी रे 28 नवंबर को आईपीओ प्राइस 124 रुपए मांगा। कंपनी डिस्काउंट पर 118 रुपए में भी देने को तैयार थी लेकिन ग्रे मार्केट में भाई लोग ₹40 प्रीमियम पर खरीदने को तैयार हो गए। Aequs IPO का ग्रे मार्केट प्रीमियम 32% से लगातार बढ़ते हुए 3 दिसंबर 2025 को आईपीओ के ओपनिंग वाले दिन 37.50% हो चुका था। सुबह 10:00 बजे यह आईपीओ 0.08x सब्सक्राइब हो चुका था।
Shri Kanha Stainless IPO GMP: ओपनिंग के एक दिन पहले 0 से 27% हो गया
स्टॉक एक्सचेंज में कुछ लोग इसे शिकारी का जाल भी कहते हैं। जयपुर राजस्थान की कंपनी Shri Kanha Stainless की स्थापना 2015 में हुई थी। 10 सालों में कंपनी की टोटल इनकम 100 करोड़ क्रॉस कर गई है। इस साल 31 मार्च 2025 की क्लोजिंग में पहली बार 10 करोड़ से ज्यादा का प्रॉफिट रिकॉर्ड हुआ है। मार्केट में कितना पोटेंशियल है और कंपनी मैनेजमेंट में कितनी क्षमताएं हैं। यह सब कुछ तो LONG TERM INVESTMENT वालों ने पता कर ही लिया होगा। लेकिन ग्रे मार्केट में आईपीओ ओपन होने के ठीक 1 दिन पहले 2 दिसंबर को अचानक 27.78% प्रीमियम पर सौदेबाजी हुई। अब यह Shri Kanha Stainless की वैल्यूएशन है, ग्रे मार्केट वालों का कोई गिमिक है या श्री कृष्ण का चमत्कार। इसका पता तो 10 दिसंबर को लिस्टिंग वाले दिन ही चलेगा, लेकिन फिलहाल इतना है की क्लोजिंग वाले दिन यानी 5 दिसंबर तक इंतजार जरूर करना चाहिए।
Shri Kanha Stainless IPO GMP: स्पेशल नोट
एक दिन में 27% से अधिक spike अक्सर “natural demand growth” से नहीं बल्कि short-term speculation / hype से आता है। खासकर SME IPOs (जैसे Shri Kanha Stainless) में sudden spike बहुत common है, और अक्सर जैसे ही subscription close होता है, GMP गिर सकता है या 0 के पास आ सकता है। यह pattern कई investors ने observe किया है।
Vidya Wires IPO GMP 19% से घटते हुए 9% रह गया
स्टॉक एक्सचेंज में आज चार कंपनियों के आईपीओ ओपन हुए हैं और चारों कंपनियों का ग्रे मार्केट प्रीमियम पैटर्न अलग-अलग है। विद्या वायरस 1981 की कंपनी है और copper and aluminum wires बनती है। यानी बरसों से जमी हुई दुकान है। लास्ट क्लोजिंग में टोटल इनकम 1500 करोड़ के आसपास थी और प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 40 करोड़ क्रॉस कर गया था। कंपनी की बुक्स बताती है कि वह हर साल बढ़ रही है। LONG TERM INVESTMENT के लिहाज से कंपनी में काफी मटेरियल मौजूद है। कंपनी ने 28 नवंबर को आईपीओ प्राइस ₹52 डिमांड किया था। मार्केट में 15.38% प्रीमियम पर ट्रेडिंग शुरू हुई। दूसरे दिन 29 नवंबर को प्रीमियम बढ़कर 19.23% हो गया लेकिन 1 दिसंबर को यानी आईपीओ ओपन होने के 2 दिन पहले बड़ा झटका लगा, GMP लगभग 8% टूटा और 11.54% रह गया। ओपनिंग वाले दिन भी यही स्थिति है लेकिन सुबह 10:00 बजे तक यह आईपीओ 0.24x सब्सक्राइब हो चुका था।
डिस्क्लेमर: कृपया इस बात को ध्यान में रखिए GMP केवल एक सिग्नल होता है। यह किसी भी स्थिति में LONG TERM या SHORT TERM INVESTMENT के लिए मजबूत निष्कर्ष नहीं होता। कई लोग GMP को परामर्श मानकर HIGH GMP वाली कंपनियों के शेयर्स लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए खरीद लेते हैं। जबकि GMP का कंपनी के कारोबार से या उसके भविष्य से कोई रिश्ता नहीं होता। GMP का कैलकुलेशन बिल्कुल अलग है और सिर्फ इतना समझ लेना चाहिए कि यह IPO LISTING GAIN का सेगमेंट है और अनिश्चित भी है। आईपीओ की क्लोजिंग के बाद से लेकर कंपनी की लिस्टिंग तक GMP में परिवर्तन हो सकता है।
