इंदौर। लाइफ में पंक्चुअलिटी, सिस्टम और मैनेजमेंट का कितना इंपॉर्टेंट रोल होता है। यह घटना इसका सबसे दुखद उदाहरण है। लाखों का कारोबार करने वाले एक मोबाइल व्यापारी को सुसाइड करना पड़ा क्योंकि वह अपनी लाइफ में सिस्टम नहीं बना पाया था। मैनेज नहीं कर पा रहा था। यह बात उसने खुद अपने सुसाइड नोट में लिखी है।
TI योगेश सिंह तोमर के मुताबिक खातीवाला टैंक में रहने वाले प्रकाश (45) पुत्र कन्हैयालाल फतेहचंदानी ने अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। रात में पत्नी ने उन्हें देखा तो परिवार के लोगों को जानकार दी। प्रकाश ने एक पेज का सुसाइड नोट भी लिखा है। जिसमें उसने दोस्तों और रिश्तेदारों व परिवार से माफी मांगी है। इसके साथ ही बेटे और बेटी का ध्यान रखने के लिए कहा है। प्रकाश ने यह भी लिखा है कि जीवन में जो भी करें उसे व्यवस्थित तरीके से करें ताकि परेशान ना होना पड़े।
परिवार के लोगों ने बताया कि प्रकाश की डॉलर मार्केट में मोबाइल की दुकान है। वहीं दो भाई अलग रहते हैं। उनके परिवार में पत्नी और एक बेटा-बेटी हैं। जो पढ़ाई कर रहे हैं। पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त कर लिया है। पुलिस की इन्वेस्टिगेशन में मैनेजमेंट के सबक का उल्लेख कभी नहीं हो पाएगा। मृत्यु का कारण व्यापार में घाटा और लोन बताया जा सकता है लेकिन प्रकाश फतेहचंदानी के सुसाइड नोट की 1 लाइन लाखों-करोड़ों व्यापारियों के लिए एक ऐसा सबक है जिसे उन्हें जिंदगी भर याद रखना होगा। क्योंकि भूलने के बाद प्रकाश आज जिंदा नहीं है।