इंदौर। जैसी की उम्मीद थी, सीहोर रुद्राक्ष महोत्सव कांड में भारतीय जनता पार्टी के भीतर सीहोर कलेक्टर के खिलाफ आवाजें बुलंद होने लगी हैं। मध्य प्रदेश में भाजपा के प्रथम पंक्ति के नेता कैलाश विजयवर्गीय ने सीहोर कलेक्टर की मंशा पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि रुद्राक्ष महोत्सव में जो कुछ हुआ वह लापरवाही नहीं बल्कि सरकार को बदनाम करने की साजिश थी।
कैलाश विजयवर्गीय ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव होने के नाते मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस मामले में ना केवल पत्र लिखा है बल्कि उसे सार्वजनिक भी किया है। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि आखिर ऐसी कौन सी विपदा आ गई थी कि पंडित प्रदीप मिश्रा पर इतना दबाव बनाया गया कि उन्हें भारी मन से कथा को समाप्त करना पड़ा।
कैलाश विजयवर्गीय ने मुख्यमंत्री को याद दिलाया कि भोपाल में प्रतिवर्ष भोपाल इज्तिमा का आयोजन होता है और उसमें लाखों लोग शामिल होते हैं। कई मंत्री ट्रैफिक जाम का शिकार हो जाते हैं, लेकिन ऐसा कभी नहीं सुनाई दिया कि भोपाल इज्तिमा रोक दिया गया हो। क्या सीहोर का प्रशासन इतना नाकारा था कि आयोजन की सूचना होने के बावजूद ट्रैफिक कंट्रोल नहीं कर पाया। इंदौर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया indore news पर क्लिक करें.
महाशिवरात्रि पर्व के एक दिन पूर्व सीहोर में 11 लाख रुद्राक्ष अनुष्ठान जैसे अभूतपूर्व सनातनी धार्मिक कार्यक्रम को बीच में रोकने का दबाव बनाने का प्रशासन का आपराधिक कृत्य कहाँ तक जायज है??सिर्फ लापरवाही या प्रशासन की माननीय @CMMadhyaPradesh की छबि को खराब करने का आपराधिक प्रयास! pic.twitter.com/g8FiFmz8Kx— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) March 1, 2022