सागर। मध्य प्रदेश के दमोह जिला मुख्यालय पर स्थित जनपद पंचायत कार्यालय में पदस्थ असिस्टेंट इंजीनियर जीडी अहिरवाल को लोकायुक्त सागर पुलिस द्वारा भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया गया है। लोकायुक्त का दावा है कि उन्होंने सहायक यंत्री को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
ग्राम पंचायत के विकास कार्यों में कमीशन मांग रहे थे
ग्राम पंचायत बालाकोट की सरपंच मूंगाबाई के बेटे लीलेंद्र सिंह लोधी ने बताया कि उनकी पंचायत में गोशाला, नर्सरी निर्माण और कपिलधारा कूप के कार्य चल रहे हैं, जिनका करीब 60 लाख का भुगतान होना था। सहायक यंत्री जीडी अहिरवाल इस भुगतान के एवज में 3% कमीशन मांग रहे थे। उन्हें कई बार समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह दबाव बना रहे थे और भुगतान नहीं कर रहे थे। इसलिए उन्होंने कुछ दिन पहले सहायक यंत्री को 10 हजार कमीशन के तौर पर दिए और उसके बाद वह सागर लोकायुक्त में इस मामले की शिकायत करने पहुंचे।
सोमवार को पैसा देना तय हुआ था, इसलिए लोकायुक्त टीम के साथ वह दमोह पहुंचे और जनपद पंचायत कार्यालय परिसर में उन्होंने सहायक यंत्री को 50 हजार रुपये दे दिए। इसके तत्काल बाद सागर लोकायुक्त टीम ने उसे दबोच लिया। इस कार्रवाई में डीएसपी राजेश खेड़े, टीआइ मंजू सिंह, हवलदार अजय क्षेत्रीय, आरक्षक आशुतोष व्यास, संतोष सिंह, राजेश गोस्वामी विशेष रूप से शामिल थे। - मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें