बहन की शादी के लिए बेरोजगार ने कारोबारी की पत्नी को लूटा - GWALIOR NEWS

ग्वालियर
। सरकारी आंकड़ों में देखो तो मध्यप्रदेश में नागरिकों का जीवन स्तर काफी अच्छा हो गया है, सरकारी विज्ञापनों में खुशहाली नजर आती है परंतु सरकारी पुलिस थानों में दर्ज FIR रजिस्टर के पन्नों को यदि पलटेंगे तो एक दूसरी तस्वीर नजर आती है। शहर में एक बेरोजगार युवक ने अपनी बहन की शादी के लिए कारोबारी की पत्नी को बंधक बनाकर ₹400000 लूट लिए। वारदात करने से पहले उसने कारोबारी की पत्नी के पैर छुए और कहा कि 'आप मेरी मां जैसी है, लेकिन माफ करना मेरी बहन की शादी है।' 

डिलिवरी बॉय बनकर आया, पहले लूटा बाद में पैर छूए 

सरकारी सिस्टम को शर्मसार करने वाली यह खबर ग्वालियर की समाधिया कॉलोनी में स्थित कृष्णा एनक्लेव में रहने वाले दिलीप कुकरेजा के घर से आ रही है। कारोबारी कुकरेजा की ग्वालियर के प्रसिद्ध महाराज बाड़ा पर होजियरी की दुकान है। गुरुवार सुबह दिलीप कुकरेजा और बेटा उमेश दुकान पर निकल गए थे। घर पर पत्नी वंदना और नौकरानी सुनीता थे। शाम करीब चार बजे एक युवक डिलिवरी बॉय बनकर आया। उसने आते ही वंदना पर पिस्तौल तान दी। इस पर दोनों के बीच झूमाझटकी हुई। इसी बीच लुटेरे की पिस्तौल गिरी तो टूट गई। इसके बाद उसने चाकू निकाल लिया। वंदना को काबू में करने के बाद उसने उनके हाथ-पैर बांध दिए। इसके बाद घर में से चार लाख रुपये का सामान ले उड़ा।  

लूट की वारदात पूरी करने के बाद जाने से पहले युवक ने कारोबारी की पत्नी के पैर छुए और अपनी मजबूरी बयान की। ग्वालियर के एएसपी सतेंद्र सिंह तोमर के अनुसार आसपास के इलाके के सीसीटीवी फुटेज देख कर बदमाश की तलाश की जा रही है। लूट के सामान में दो लाख पचास रुपये नकद, आभूषण व अन्य सामग्री है। 

ऐसे अपराधों की रोकथाम पुलिस नहीं मंत्री परिषद कर सकती है 

किसी भी राज्य के लिए इससे ज्यादा शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता कि उसके नागरिक मजबूरी में अपराध करने लगे। इस तरह के अपराधों की रोकथाम के लिए पुलिस का डंडा काफी नहीं है। सरकार को रोजगार के अवसर और नशीले पदार्थों की बिक्री के खिलाफ सख्त कदम उठाने होंगे। इतिहास गवाह है, मजबूर किसान आत्महत्या करता है लेकिन मजबूर बेरोजगार कई बार अपराध के रास्ते पर चला जाता है।

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