इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में बिजली कंपनी के 62 लाख रुपये बकाया होने पर कालोनाइजर की निर्माणाधीन कालोनी को सील करने की कार्रवाई की गई है। उक्त कार्रवाई इंदौर ग्रामीण के प्रबंध निदेशक अमित तोमर के निर्देश पर सभी बकायादारों के खिलाफ कार्रवाई कर राजस्व संग्रहण के कार्य में तेजी लाने के उद्देश्य से की गई हैं।
इंदौर ग्रामीण अधीक्षण यंत्री डीएन शर्मा ने बताया कि प्रबंध निदेशक तोमर ने बकायादारों से हर हाल में राजस्व संग्रहण करने के आदेश दिए है। इसी के तहत शुक्रवार को इंदौर ग्रामीण कार्यपालन यंत्री अभिषेक रंजन ने बिजली कंपनी के 20 कर्मचारियों की टीम बनाई। इसे तहसीलदार एमएस दीक्षित के नेतृत्व में अरविंदो हास्पिटल के पीछे स्थित आकलैंड कोर्रिडा कालोनी भेजा। इस निर्माणाधीन कालोनी को सील किया गया है।
आम लोगों को बिजली की बकाया राशि के प्रति सचेत करने के लिए टीसीएस चौराहे पर बोर्ड लगाया गया है। इसमें सेटेलाइट वैली के डायरेक्टर डागरिया पर बिजली कंपनी के अस्थाई कनेक्शन के 44 लाख रुपये एवं विजिलेंस रिकवरी के 18 लाख रुपये सहित कुल 62 लाख रुपये बकाया होने की सूचना प्रस्तुत की गई है, ताकि प्लाट लेने वाले इस बकाया राशि को जमा कराने के बाद ही आर्थिक व्यवहार कर सके। अधीक्षण यंत्री ने बताया कि उक्त राशि लंबे समय से सेटेलाइट वैली मिर्जापुर-तेजाजी नगर के कनेक्शन पर बकाया है, कालोनाइजर द्वारा सूचना देने के बाद भी राशि जमा नहीं करने पर उसी की दूसरी संपत्ति सील की गई है।