शान-ए-भोपाल एक्सप्रेस का टाइम, कोच और स्पीड बदली - BHOPAL NEWS

भोपाल
। एक जनवरी यानी आज से भोपाल से दिल्ली जाने वाली शान-ए- भोपाल एक्सप्रेस में नया बदलाव होने जा रहा है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि इसका टाइम बदल गया है। भोपाल के अभी गंज स्टेशन से भोपाल एक्सप्रेस रात 9:00 बजे नहीं बल्कि 10:40 बजे रवाना होगी। इसी प्रकार दिल्ली के निजामुद्दीन स्टेशन से रात 8:40 बजे रवाना होगी। पहले यह ट्रेन भोपाल से दिल्ली तक की यात्रा के लिए 11 घंटे का समय लेती थी परंतु अब 9 घंटे में पहुंच जाएगी।

आधुनिक तकनीक से लैस LHB कोच लगाए

इस ट्रेन का सफर पहले से ज्यादा सुरक्षित और आरामदायक हो गया है। रेलवे की ओर से इस ट्रेन में आधुनिक तकनीक से लैस LHB कोच लगा दिए गए हैं। भोपाल के हबीबगंज स्टेशन से  हजरत निजामुद्दीन के बीच चलने वाली शान-ए-भोपाल एक्सप्रेस के कोच आज से नए लुक में नजर आने वाले हैं।  इस ट्रेन को रेलवे के तरफ से 45 LHB कोच दिए गए हैं। एक रैक में 22 कोच रहेंगे, एक एसी फर्स्ट, दो एसी सेकंड, 5 एसीसीएन, 10 स्लीपर कोच, एक-एक जनरल कोच होंगे। ये कोच ज्यादा सुविधाजनक होंगे। 

ट्रेन में LHB कोच के फायदे

एलएचबी कोच पारंपरिक कोच की तुलना में 1.5 मीटर लंबे होते हैं। इसके कारण यात्री वहन क्षमता में वृद्धि हो जाती है। दुर्घटना की स्थिति में एलएचबी कोच पारंपरिक कोच के मुकाबले कम क्षतिग्रस्त होते हैं। इस कोच की सेल्फ लाइफ भी पारंपरिक कोच के मुकाबले ज्यादा होती है।ब्इन कोच में बड़ी खिड़कियां, आरामदायक सीट, बॉयो टॉयलेट्स, और सामान रखने की अधिक स्पेस है, जिससे सफर का आनंद और अधिक बढ़ जाएगा। एलएचबी एक जर्मनी तकनीक है। LHB कोच का प्रयोग तेज गति वाली ट्रेनों में किया जाता है। इनमें क्षमता होती है कि ये 160 से 180 किमी प्रति घंटे की स्पीड में दौड़ सके।

LHB कोच में माइक्रोप्रोसेसर से कंट्रोल होता है। इसमें एयर कंडीश्निंग सिस्टम होता है जो कोच के तापमान को नियंत्रित करता है। जिससे ट्रे्न सुरक्षित रहती है। एलएचबी कोच में दो डिब्बे अलग तरह से कपलिंग की जाती है जिससे दुर्घटना होने पर डिब्बे एक के ऊपर एक नहीं चढ़ते हैं। नए कोच में आपको गद्दीदार सीट की सुविधा मिलेगी। यह सीट 6 फिट लंबी होगी। आप इसको फोल्डिंग बर्थ के उपर रखकर आराम से सो सकते हैं।

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